नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने भारत रत्न पुरस्कार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यह दुर्भाग्य कि बात है पिछले 70 सालों में एक भी संन्यासी को भारत रत्न नहीं मिला है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सिद्धगंगा के महंत शिवकुमार स्वामी को भारत रत्न न दिए जाने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि मैं प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देने का स्वागत करता हूं, लेकिन शिवकुमार स्वामी जी ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया, उन्होंने अनाथ लोगों की शिक्षा के लिए काम करते हुए अपना जीवन गुजारा, उन्हें भारत रत्न का सम्मान मिलना चाहिए।
उन्हें भारत रत्न न दिया जाना बहुत दुखद है। आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दिवंगत समाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और दिवंगत गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका शामिल हैं। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार महर्षि दयानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद जी या शिवकुमार स्वामी जी में से कम से कम किसी संन्यासी को भी भारत रत्न दिया जाए।
वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एक गायक और एक शख्स जो आरएसएस की विचारधारा का प्रचार करता था उसे भारत रत्न दिया गया है, यदि आप इनकी तुलना करें, तो शिवकुमार स्वामी जी को अवॉर्ड मिलना चाहिए था। गौरतलब है कि 21 जनवरी को सिद्धगंगा मठ के महंत शिव कुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में निधन हुआ था। कर्नाटक में उन्हें ‘जीवित देवता’ के नाम से जाना जाता था।