नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत को उच्च आर्थिक वृद्धि की राह पर आगे ले जाने और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिये एक ऐसे प्रधानमंत्री की जरूरत है जो निर्णय लेने में समर्थ हो और उसके पास स्पष्ट जनादेश हो। उन्होंने कहा कि बेमेल गठबंधन और मनमौजी नेतृत्व से देश का भला नहीं होने वाला है। जेटली ने अपने एक ब्लॉग में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में तेजी से वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्था बन गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था 7 से 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ रही है, हालांकि, इस वृद्धि दर पर ही देश संतुष्ट नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत आर्थिक वृद्धि को आठ प्रतिशत से भी से ऊपर ले जाना चाहता है। जेटली ने सवाल उठाया है कि ‘यदि भारत को इस लक्ष्य को हासिल करना है तो भारत का प्रधानमंत्री कौन होना चाहिए? क्या उस पर प्रधानमंत्री पद की आकांक्षा रखने वाले अपने उन विरोधियों का अंकुश होना चाहिए जो एक साझा प्रतिद्वंद्वी के प्रति अपनी नापसंद के कारण उसका समर्थन करते हों या भारत को 2014 की तरह के स्पष्ट जनादेश के साथ आए एक प्रधानमंत्री की जरूरत है।