नई दिल्ली। राफेल डील के मुद्दे पर आज लोकसभा में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के सवालों के जवाब देते हुए विपक्ष पर ही सवाल दाग दिए। सीतारमण ने बताया कि हमें अपने पड़ोसी देशों से खतरा है और हमें क्षेत्र में शांति रखनी होगी। शांति के लिए अपनी सेना को मजबूती देनी की भी जरूरत है ताकि हमारी सीमाएं सुरक्षित हो सकें। निर्मला ने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है लेकिन कांग्रेस को रक्षा सौदे की गोपनीयता समझनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर हमला साधते हुए कहा कि आपको कुछ नहीं मिला तो डील ने सूट नहीं किया। कमिशन नहीं मिला तो आपने डील ही नहीं की।
दरअसल, यूपीए चाहती ही नहीं थी कि रक्षा सौदा हो। अगर यूपीए वाली डील होती तो विमान आने में 11 सालों का समय लग जाता। उन्होंने कहा कि पहला राफेल विमान सितंबर 2019 यानी डील के 3 साल के भीतर आ जाएगा जबकि कांग्रेस यह काम नहीं कर पाई। 2022 तक सभी विमान भारत आ जाएंगे। यूपीए के वक्त में 10 साल तक करार की प्रक्रिया तक पूरी नहीं हो पाई जबकि हमने 3 महीने में यह करके दिखाया है।
सीतारमण ने कहा कि सरकार और मैं राफेल पर हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस राफेल के तथ्यों से डर रही है। इससे पहले राफेल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि राफेल पर वो लोग सवाल कर रहे हैं जिनकी परिवार और पार्टी का इतिहास घोटालों से पटा हुआ है।