नई दिल्ली। केंद्रीय और स्टेट एजेंसियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की जान के खतरे को लेकर एक सुरक्षा ऑडिट किया है। एजेंसियों ने आरएसएस चीफ की सिक्योरिटी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के ब्लैक कैट कमांडो के साथ अपग्रेड करने की सिफारिश की है। बता दें कि भागवत को वर्तमान में जेड-प्लस सुरक्षा कवर प्राप्त है, जोकि एसपीजी और एनएसजी के बाद तीसरी उच्चतम सुरक्षा है। इसमें 60 से अधिक सीआईएसएफ कमांडो उनकी सुरक्षा में चौबीस घंटे तैनात रहते हैं।
साउथ ब्लॉक के अधिकारियों को हावाले से आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि वे अभी भी इन रिपोर्टों का मूल्यांकन कर रहे थे और भागवत की सुरक्षा पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों ने ऐसे उदाहरणों की ओर इशारा किया जब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाल के चुनावों के दौरान भागवत की सुरक्षा का उल्लंघन हुआ था। ऐसा माना जाता है कि खतरे का आकलन भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट के भारत में मॉड्यूल द्वारा कथित साजिश का विश्लेषण करके किया गया है, विशेष रूप से आरएसएस और भाजपा के लोगों के खिलाफ हमले करते हैं।