नई दिल्ली। भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोताय छेरिंग भारत की तीन दिन की राजकीय यात्रा पर कल यहां आएंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर 27 से 29 दिसंबर तक के लिए यहां आ रहे छेरिंग के साथ आने वाले प्रतिनिधिमंडल में भूटान की शाही सरकार के विदेश मंत्री, आर्थिक मामलों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी आएंगे।
छेरिंग के यात्रा कार्यक्रम के अनुसार वह कल पूर्वाह्न 11 बजे नयी दिल्ली पहुंचेंगे। विदेश सचिव विजय गोखले उनसे भेंट करेंगे। अगले दिन उनका राष्ट्रपति भवन के प्रागंण में परंपरागत ढंग से स्वागत किया जाएगा। उसके पश्चात वह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। वहां से लौटने के पश्चात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उनसे भेंट करेंगी और दोपहर में वह हैदराबाद हाउस में मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे।
छेरिंग की यह यात्रा भारत भूटान राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती वर्ष में हो रही है। मोदी के साथ बैठक के पश्चात छेरिंग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से भेंट करेंगे। जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य, उद्योग एवं नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु और ऊर्जा मंत्री आर के सिंह भूटानी प्रधानमंत्री से मिल कर उनके देश की विकास आवश्यकताओं की जानकारी लेंगे और तदनुसार आगे के कदमों के बारे में चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा के बारे में जारी एक बयान में कहा है कि भारत एवं भूटान के बीच मैत्री एवं सहयोग के संबंध अद्वितीय हैं और ये हर स्तर पर पारस्परिक भरोसे, सौहार्द्र और आपसी समझ पर आधारित हैं। भूटान के प्रधानमंत्री की आगामी यात्रा दोनों पक्षों को बहुआयामी साझेदारी में प्रगति की समीक्षा करने और मैत्रीपूर्ण संबंध एवं सहयोग को लोगों के लाभ के लिए बढ़ाने के बारे में बातचीत होगी।