कलाकार - अक्षय कुमार, परिणीति चोपड़ा, मीर सरवर, वंश भारद्वाज
निर्देशक - अनुराग सिंह
निर्माता - धर्मा प्रोडक्शन, केप ऑफ़ गोट फिल्मस, अजूरे एंटरटेनमेंट
कहानी
निर्देशक अनुराग सिंह की फिल्म केसरी की कहानी है अंग्रेजी हुकूमत के समय की है। इसे बैटल ऑफ़ सारागढ़ी के नाम से जाना जाता है, जो 12 सितम्बर 1897 को अंग्रेजों और अफ़गान ओराक्ज़ई जनजातियों के बीच लड़ा गया था। यह अब के पाकिस्तान में स्थित उत्तर-पश्चिम फ्रण्टियर प्रान्त (खैबर-पखतुन्खवा) में हुआ। तब सिख ब्रिटिश फ़ौज में 36 सिख रेजिमेंट की चौथी बटालियन थी जिसमें 21 सिख थे, जिन पर 10000 अफ़्ग़ानों ने हमला किया था । सिखों का नेतृत्व कर रहे हवालदार ईशर सिंह ने मरते दम तक लड़ने का फैसला किया । इसे सैन्य इतिहास में इतिहास के सबसे महान अन्त वाले युद्धों में से एक माना जाता है।
कहा जाता है उस समय की ब्रिटिश संसद में भी सारागढ़ी के शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया था। इस ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म है केसरी। निर्देशक अनुराग सिंह ने फिल्म के हर एक फ्रेम पर अपनी पकड़ बनाए रखीl हालांकि फिल्म की कथा का विस्तार करना मुश्किल काम था लेकिन बेहतरीन स्क्रीनप्ले के कारण फिल्म आपको एक भी पल नहीं छोड़ती। फिल्म जिस भव्यता से बनाई गई है वो दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देते हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी (अंशुल चौबे) कमाल की है। एडिटिंग डिपार्टमेंट अगर इसे और 20 मिनट काट देता तो शायद फिल्म और भी रोचक बन पड़ती।
निर्देशक अनुराग सिंह ने युद्ध पर आधारित इस फिल्म में जिस तरह ह्यूमर का इस्तेमाल किया है तारीफे काबिल है। और सबसे बड़ी बात ब्रिटिश इंडिया की फौज होने के बावजूद जिस तरह अनुराग ने उसमें आज के परिपेक्ष में देश प्रेम को पिरोया है, वह वाकई सराहनीय है।अभिनय की बात करें तो अक्षय कुमार अपने किरदार में पूरी तरह से रंगे नजर आते हैं। उन्हें देखकर लगता ही नहीं है कि वो ईशर सिंह नहीं है। उनकी पत्नी बनी परिणीति चोपड़ा थोड़े से समय के लिए आती है, मगर अपना प्रभाव छोड़ जाती है। इसके अलावा टीम के हर सदस्य ने अपना अपना किरदार पूरी ईमानदारी से निभाया है। कुल मिलाकर केसरी एक रोचक फिल्म है जो आपको बांधे रखती है आप इस फिल्म का आनंद सपरिवार ले सकते हैं। इस फिल्म को पांच में से साढ़े तीन स्टार मिलते हैं।