इदौर। घाटों पर गाड़ी चढ़ाना और हाईवे व सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करने की सीख परिवहन विभाग द्वारा दी जाएगी। इसे लेकर विभागीय अधिकारियों ने योजना तैयार कर ली है।
परिवहन संकुल में कम्प्यूटर और सेंसर युक्त आॅटोमेटेड ट्रैक पर लाइसेंस की ट्रायल शुरू करने के बाद हाईवे पर गाड़ी चलाने की सीख देने की योजना तैयार की जा रही है। इसके चलते हाईवे पर आने वाले बड़े-बड़े घाट पर गाड़ी किस तरह चलाएं और किस स्थान पर खड़ी करें, हाईवे या सड़क किनारे गाड़ी खड़ी रहने के दौरान पीछे से आ रही गाड़ियों के लिए क्या सिग्नल होने चाहिए, इसे लेकर आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी।
लोग हाईवे पर नहीं चला पाते हैं वाहन
अधिकारियों के मुताबिक लोग शहर में 30 से 40 किमी की रफ्तार में गाड़ी चला लेते हैं, लेकिन वे हाईवे पर गाड़ी नहीं चला पाते हैं। इस वजह से दुर्घटना का कारण बन जाते हैं। अधिकारियों के मुताबिक इंदौर में एक हजार लोगों पर 550 गाड़ी हैं, जो प्रदेश के अन्य शहरों से ज्यादा है, इसलिए इसकी शुरुआत इंदौर से की जा रही है। बाद में प्रदेश के अन्य शहरों में इस योजना को लागू किया जाएगा।
अंगूठा लगाते ही सामने होगी जानकारी
विभाग ने आधार कार्ड से लाइसेंस को जोड़ने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद अंगूठा लगाते ही संबंधित व्यक्ति का लाइसेंस से संबंधित तमाम जानकारी आॅनलाइन हो जाएगी। इस योजना को प्रदेशभर में एक साल में लागू किया जाएगा।
आॅटोमेटेड तरीके से मिलेगी जानकारी
एनओसी लेकर या ट्रांसफर के लिए आने वाली गाड़ियों की वास्तविकता का पता करने के लिए अब ज्यादा मशक्कत नहीं होगी। आरटीओ के मुताबिक इसके लिए आॅटोमटेड ट्रैक तरीके से गाड़ी का वेरिफिकेशन हो सकेगा।