उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में तड़के होने वाली भस्मार्ती की अनाधिकृत अनुमति प्राप्त कर बेचने के मामले में मंदिर समिति ने दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस में आवेदन दिया है। मंदिर प्रबंधन सूत्रों के मुताबिक मंदिर में रोजाना तड़के होने वाली भस्मार्ती के लिये मंदिर प्रबन्ध समिति के भस्मार्ती कार्यालय से नि:शुल्क अनुमति जारी कर इसका सत्यापन भी किया जाता है। इस माह के प्रथम सप्ताह में सत्यापन के दौरान शहर जिला कांग्रेस कमेटी के लेटर पेड पर शहर सचिव के नाम पर संतोष परमार ने आठ लोगों की भस्मार्ती प्रवेश अनुमति मांगी थी।
सत्यापन में वास्तविक लेटर पेड नही होने व इसकी फोटोकॉपी होना पाया गया। कांग्रेस कार्यालय से सम्पर्क करने पर बताया गया कि वर्तमान कार्यकारिणी में इस नाम का कोई पदाधिकारी नहीं है। इसके बाद समिति ने लेटर पेड पर दर्शाये गए दर्शनार्थियों से संपर्क किया। ये व्यक्ति उत्तरप्रदेश के बरेली क्षेत्र के केसरपुर गांव का मानसिंह और उसके संबंधी पाए गए। उन्होंने बताया कि मंदिर में किसी व्यक्ति से सात सौ रूपये प्रति व्यक्ति के मान से भस्मार्ती प्रवेश कराने के लिए बात की गई है। इस प्रकरण में संतोष परमार व चेतन माली नाम के दो स्थानीय व्यक्तियों की संलिप्तता पाई गई। मंदिर प्रबंध समिति ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस में आवेदन दिया है।