भोपाल। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर के आई हास्पिटल पर हुई घटना को दुखत बताते हुए आज कहा कि इसकी जांच के उच्च स्तरी इन्क्वायरी कमेटी ने जांच शुरू कर दी है, जांच रिपोर्ट आने पर इसके दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार सिलावट के निर्देश पर घटना की जाँच के लिये गठित उच्च स्तरीय इन्क्वायरी कमेटी ने जाँच शुरू कर दी है। कमेटी को जल्दी से जल्दी जाँच पूरी कर रिपोर्ट देने के लिये कहा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया जायगा। सिलावट नें कहा कि इन्क्वायरी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा कि इंदौर आई हास्पिटल में आपरेशन के बाद 11 मरीज़ों की आँख की रोशनी जाने पर मरीजों का देश में ख्याति प्राप्त शंकर नेत्रालय के डाक्टर राजू रमन को बुलाया गया है। डाक्टर रमन कल सुबह इंदौर पहुंच रहे हैं।
उन्होने कहा कि उन्हें इस घटना से बहुत दु:ख हुआ है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर एवं कष्टदायक है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की और उन्होंने पीड़तिों को 50-50 हजार रुपये की सहायता भी स्वीकृत की है। सिलावट ने बताया कि रेडक्रॉस के माध्यम से प्रत्येक पीड़ति परिवार को 20 हजार की क्षतिपूर्ति राशि दी गई है। उन्होने बताया कि सभी मरीज़ों को चोइथराम नेत्रालय इंदौर में शिफ्ट करा दिया गया है। मरीजों का आगे का पूरा इलाज नि:शुल्क किया जाएगा। इसमें राज्य के और राज्य से बाहर के नेत्र विशेषज्ञों को बुलाकर मरीज़ों का इलाज करवाया जायगा। सिलावट नें कहा कि प्रदेश के किसी भी जिले के हास्पिटल मे ऐसी घटना नहीं हो इस पर नियंत्रण करेंगे।