भोपाल। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे ने बताया है कि बैतूल जिले में घोघरी और वर्धा समूह नल-जल योजना को राज्य शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। करीब 370 करोड़ लागत की ये योजनाएँ आगामी दो वर्ष में पूर्ण की जायेंगी। आधिकारिक जानकारी में पांसे ने बताया कि इससे मुलताई और प्रभात पट्टन विकासखण्ड के 255 गाँव की 2 लाख 70 हजार आबादी को भीषण जल संकट से मुक्ति मिलेगी। श्री पांसे ने इस योजनाओं की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने बताया कि मुलताई और प्रभात पट्टन विकासखण्ड के ग्रामीण अंचलों में भू-जल स्तर पर निरंतर गिरावट के कारण ग्रामीणों के लिये पेयजल का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया था। उन्होंने कहा कि दोनों विकासखण्ड में एक हजार फीट तक बोर करने पर भी ग्रामीणों को पेयजल नहीं मिल पा रहा था। इस कारण ग्रामीण महिलाएं और बेटिया दूर-दूर तक पैदल जाकर पेयजल लाती थी।
पांसे ने कहा कि अब ताप्ती नदी से दोनों विकासखण्डों के 55 हजार परिवारों के घर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित होगी। बताया गया है कि वर्धा समूह नल-जल योजना की लागत 135 करोड़ है। इससे 93 गाँव के 20 हजार परिवार लाभान्वित होंगे। वहीं, घोघरी समूह नल जल योजना की लागत 235 करोड़ है, इससे 163 गाँव के 35 हजार परिवार लाभान्वित होंगे।