भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने छुट्टी के दिन भी विधानसभा की बैठकें आयोजित करने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए आज कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा यह फैसला जनहित को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कांग्रेस की ओर से यहां जारी विज्ञप्ति में सलूजा ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक 8 जुलाई को संपन्न हुई थी। बैठक की सिफारिशों को 9 जुलाई को सदन ने मंजूरी प्रदान की गयी।
जिसमें कमलनाथ सरकार का वह ऐतिहासिक निर्णय भी शामिल है, जिसमें छुट्टी के दिनों में भी जनहित का ध्यान रखते हुए विधानसभा की बैठकें आयोजित करने का फैसला लिया गया है। सलूजा ने बताया कि सदन ने कार्यमंत्रणा समिति की सिफारिश को मंजूरी प्रदान करते हुए निर्णय लिया कि विधानसभा की जो बैठकें 15 एवं 16 जुलाई को होना निर्धारित की गई थीं, वे बैठकें अब शनिवार 20 जुलाई और रविवार 21 जुलाई को संपन्न होंगी।
उन्होंने कहा कि अप्रैल 1982 में भी जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय भी छुट्टी के दिन विधानसभा की बैठक आयोजित हुई थी। उन्होंने कहा कि जनहित को लेकर कांग्रेस की पवित्र मंशा को दर्शाने वाले इस जनहितैषी निर्णय के ठीक उलट, पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार सदन को चलाने में विश्वास नहीं रखती थी। सलूजा ने इस निर्णय को संसदीय पद्धति और प्रक्रिया के अंतर्गत लिया गया बताया है।