भोपाल। मध्यप्रदेश की चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौ ने आज विधानसभा में कहा कि अब लता मंगेशकर अवार्ड समारोह को विश्व स्तरीय मापदंडों के अनुरूप आयोजित किया जाएगा। साधौ ने यहां अपने विभागों से संबंधित तीन हजार करोड़ रूपयों से अधिक की अनुदान मांगों पर हुयी चर्चा का उत्तर देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर अवार्ड समारोह को भव्य स्वरूप दिए जाने की पूरी कोशिश होगी। इसके अलावा किशोर कुमार स्मृति समारोह और गरिमामय ढंग से मनाया जाएगा और उनकी जन्मस्थली खण्डवा में संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। मंत्री ने कहा कि राज्य में सभी संस्कृतियों के संरक्षण के प्रयास होंगे।
चंदेरी में बैजूबावरा के नाम से समारोह मनाया जायेगा। महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष में प्रदेश भर में संगोष्ठी, चित्रकला शिविर, फिल्म पुरस्कार प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम किये जा रहे हैं। जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिये डिण्डोरी, श्योपुर और छिंदवाड़ा में बैगा, सहरिया और भारिया के संस्कृति संदर्भों की स्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहली बार निमाड़, मालवा, बुन्देलखण्ड, बघेलखण्ड और चम्बल में क्षेत्रीय संस्कृति आधारित संग्रहालयों की स्थापना होगी।
साहित्य के क्षेत्र में डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन, दुष्यंत कुमार, बालकवि बैरागी और विठ्ठल भाई पटेल के नाम से अलग-अलग नये पुरस्कार दिये जायेंगे। मंत्री ने कहा कि भोपाल के प्रसिद्ध बहुकला केंद्र भारत भवन में रिसर्च, डाक्यूमेंटेशन और प्रिजर्वेशन कार्य भी होंगे। भीम बैठका के शैलाश्रयों की खोज करने वाले डॉ. वी.एस. वाकणकर के नाम से पुरस्कार और फैलोशिप दी जायेगी। टंट्या भील स्मारक बड़ौदा अहीर, भीमा नायक स्मारक धावाबावड़ी, आजाद स्मृति मंदिर भाबरा तथा शहीद भवन का उन्नयन एवं विकास किया जायेगा। चर्चा में सदन के आधा दर्जन से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया।