भोपाल। मध्यप्रदेश के ई टेंडर मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों की रिमांड अवधि आज 22 अप्रैल तक बढ़ा दी गयी। एक निजी कंपनी के अधिकारी विनय चौधरी, वरूण चतुर्वेदी और एस गोलवलकर के अलावा राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के नोडल अधिकारी एन के ब्रह्मे को रिमांड अवधि समाप्त होने पर विशेष न्यायाधीश भागवत प्रसाद पांडे के समक्ष पेश किया गया। ईओडब्ल्यू के अनुरोध पर अदालत ने चारों आरोपियों की रिमांड अवधि 22 अप्रैल तक बढ़ा दी। ईओडब्लू ने लगभग तीन हजार करोड़ रूपयों के ई टेंडर घोटाले के सिलसिले में एक सप्ताह से अधिक समय पहले प्राथमिकी दर्ज कर मामला जांच में लिया। इसके बाद यहां एक निजी कंपनी के कार्यालय पर छापा मारकर तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। बाद में एक सरकारी अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया। ये चारों आरोपी ईओडब्ल्यू की रिमांड पर चल रहे हैं।