भिण्ड। मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री ने कहा है कि किसानों की फसल ऋणमाफी में गड़बडी करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। सिंह ने कहा है कि कई सोसायटियों के प्रबंधकों और कर्मचारियों के खिलाफ गलत तरीके से ऋण निकालने, सरकारी कर्मचारियों के नाम पर ऋण निकालने और रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराने की शिकायतें मिली है। इन शिकायतों की जांच की जा रही है। जांच पड़ताल के बाद सोसायटियों के दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर प्राथमिकी की तैयारी चल रही है।
उन्होंने बताया कि ऋण माफी योजना के तहत 22 फरवरी को पहली किश्त शासन स्तर से किसानों के खातों में डाली जाएगी। इसके लिए ऋण माफी के पोर्टल पर जिले से 58 हजार किसानों के नाम अपलोड किए जा चुके हैं। अभी भोपाल स्तर से बैंक वार किसानों की सूची डाली जा रही है जिसे जिलास्तर पर कलेक्टर लॉग इन से जांच कर रहे हैं।
इस संबंध में भिण्ड कलेक्टर छोटे सिंह ने आज यहां बताया कि ऋण माफी योजना में मिली शिकायतों की बारीकी से जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ पुलिस में एफआईआर कराई जाएगी। जिले के मेहगांव के गिजुर्रा, गोअरा और रायपुरा सोसाइटी में कुछ गड़बडियां पाई गई है। जांच टीम से प्रतिवेदन मिलने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।