हैदराबाद। आईपीएल-11 में दो वर्ष के निलंबन के बाद लौटी महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स कमाल का प्रदर्शन कर रही है और पिछले मैच में पुणे के अपने घरेलू मैदान पर जीत के बाद माही ब्रिगेड के सामने सनराइजर्स हैदराबाद को उसके घरेलू मैदान पर हराने की चुनौती होगी।
चेन्नई ने अपना पिछला मैच राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने नये घरेलू मैदान पुणे में खेला था और 64 रन से जीत दर्ज की जिसके बाद वह तालिका में चार मैचों में तीन जीत के साथ छह अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गई है जबकि हैदराबाद भी चार मैचों में तीन जीत के बाद एकसमान छह अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है। कोलकाता नाइराइडर्स छह अंकों के साथ बेहतर रन रेट के कारण दूसरे नंबर पर है।
अपनी कप्तानी में चेन्नई को दो बार चैंपियन बना चुके धोनी अपनी कप्तानी में तीसरी बार टीम को खिताब दिलवाने के लिए अग्रसर दिखाई दे रहे हैं और टीम के मौजूदा प्रदर्शन से लग रहा है कि यह राह उसके लिए मुश्किल नहीं होगी। चेन्नई ने राजस्थान को पुणे में हुए मैच में खेल के हर विभाग में पछाड़ा था। बल्लेबाजों में अनुभवी शेन वाॅटसन ने आईपीएल में अपना तीसरा शतक ठोकते हुए 57 गेंदों में नौ चौके और छह छक्के जड़ते हुए 106 रन की पारी खेली।
सुपरकिंग्स में हैं बेहतरीन फिनिशर
इससे एक दिन पहले ही किंग्स इलेवन पंजाब के क्रिस गेल ने 11वें संस्करण का पहला शतक ठोका था, लेकिन दूसरे ही दिन वाॅटसन ने यह कमाल चेन्नई के लिए कर दिखाया। टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीमों में गिनी जाती चेन्नई के पास बल्लेबाजों में वाॅटसन, अंबाती रायुडू, सुरेश रैना जबकि मध्य व निचले क्रम में धोनी, ड्वेन ब्रावो और आॅलराउंडर रवींद्र जडेजा जैसा बेहतरीन लाइनअप है। टीम में वापसी कर रहे आॅलराउंडर रैना ने भी 29 गेंदों में नौ चौके लगाकर 46 रन की पारी खेली, जबकि धोनी ने टीम के लिए पिछले चार मैचों में नाबाद 79 रन सहित 114 रन बनाए हैं।
वह टीम के चौथे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर और बेहतरीन फिनिशर हैं, जिनकी हर मैच में अहम भूमिका रहती है। वाॅटसन शीर्ष स्कोरर हैं, जिन्होंने 104 के औसत से टीम के लिए अब तक न सिर्फ सर्वाधिक 175 रन बनाए हैं, बल्कि 16 के औसत से छह विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज भी हैं।
जडेजा का फार्म चिंता का विषय
हालांकि टीम अच्छी लय में चल रही है, लेकिन निचले क्रम पर जडेजा की फार्म चिंता का विषय है, जिन्होंने अभी तक 22 के औसत से चार मैचों में 44 रन ही बनाए हैं तथा अनुभवी स्पिनर इतने मैचों में केवल एक ही विकेट ले सके हैं। गेंदबाजों में शार्दुल ठाकुर (पांच विकेट) और अनुभवी स्पिनर इमरान ताहिर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज का इकोनॉमी रेट नौ से अधिक का है और उनसे आगे मैचों में किफायती गेंदबाजी की उम्मीद की जा सकती है।
हैदराबाद भी बढ़ रही है आगे
दूसरी ओर केन विलियम्सन की कप्तानी में हैदराबाद भी बिना शोर शराबे के लगातार आगे बढ़ रही है। उसे हालांकि पिछले मैच में पंजाब से नजदीकी मुकाबले में 15 रन से शिकस्त मिली, जो उसकी टूर्नामेंट में पहली हार है। हैदराबाद ने पिछले मैचों में राजस्थान को नौ विकेट, दो बार की चैंपियन मुंबई को एक विकेट तथा कोलकाता को पांच विकेट से पराजित किया है, लेकिन पिछले मैच में गेल के तूफान के कारण वह मैच नहीं बचा सकी थी।
हैदराबाद में भी हैं अहम खिलाड़ी
हैदराबाद के लिए भी अपने घरेलू मैदान पर वापसी का यह अच्छा मौका होगा, लेकिन रविवार को उसका सामना चेन्नई जैसी मजबूत टीम से है जिसने पिछले मैचों में पिछड़ने के बावजूद भी मैच जीते हैं। हैदराबाद के पास उसके कप्तान के रूप में स्टार बल्लेबाज न्यूजीलैंड के विलियम्सन है जो चार मैचों में 146 रन बनाकर टीम के शीर्ष स्कोरर हैं तो शिखर धवन जैसा स्टार भारतीय बल्लेबाज है।
दीपेंद्र हुड्डा, आॅलराउंडर शाकिब अल हसन, यूसुफ पठान के रूप में हैदराबाद के पास अच्छा बल्लेबाजी लाइनअप है तो वहीं गेंदबाजी विभाग में उसका हाथ कई टीमों की तुलना में काफी मजबूत है। मध्यम तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल छह विकेट के साथ टीम के सबसे सफल खिलाड़ी हैं तो आॅस्ट्रेलिया के बिली स्टैनलेक और बांग्लादेश के शाकिब टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हैं और चेन्नई के खिलाफ उन्हें अपना 'ए' गेम दिखाना होगा।