इंदौर। शहर में सोमवार सुबह साढ़े सात बजे हिट एंड रन की घटना हो गई, जिसमें दो लोगों की जान चली गई। कार चालाक नाबालिग है जो कार धोने का काम करता था। कार धोने के बाद उसने उसी कार को चाबी लगाकर दौड़ा दिया और दो लोगों को कुचलकर मार दिया। कई अन्य को भी ठोका। पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। कार (वेगन आर ( एमपी 09 सीबी 5798) ) नंदगांव अपार्टमेंट गिरधर नगर में रहने वाली डॉक्टर श्रद्धा मालवीय की है। डॉ. श्रद्धा ने कहा कि हमने तो कार धोने के लिए उसे रखा था।
लोगों ने पीछा कर पकड़ा
घटना पलासिया थाना के विनोबा नगर की है। यहां एक महिला डॉक्टर की कार धोने वाला 16 वर्षीय नाबालिग उसी कार को ले उड़ा। उसने घबराहट में ब्रेक की जगह पर एक्सीलरेटर दबा दिया। सब्जी का ठेला ले जा रहे नगर सुरक्षा समिति के सदस्य बबलू कैथवास (40) उसकी चपेट में आ गए। कार की रफ़्तार 100 के ऊपर थी। टक्कर लगते ही कैथवास 15 फीट दूर गिरे। उसके बाद भी नाबालिग से कार नहीं संभली और वह कैथवास को रोंदते हुए निकल गई। जिससे उनकी मौत हो गई।
इसके बाद कार ने रोड के किनारे चल रही महिला लक्ष्मी बाई (55) को भी टक्कर मारी जिससे वे पांच फीट उछलकर रोड के पास खड़े आॅटो से टकराकर गिरीं और उनकी भी मौत हो गई। तेज रफ्तार कार एक अन्य व्यक्ति को चपेट में लेते-लेते बची और रेलिंग को तोड़ कर एक घर में जा घुसी। नाबालिग चालक कार से निकल कर भागा तो लोगों ने उसका पीछा कर पकड़कर पीट दिया। पलासिया थाने के एसआई अरविंद खत्री का कहना है दो लोगों की मौत हुई है। उन्होंने घटनास्थल पर तफ्तीश की है अन्य किसी के भी घायल होने के बारे में उन्हें पता नहीं चला है।
मुझसे संभली नहीं कार
नाबालिग चालक ने कहा कि मुझे थोड़ी थोड़ी कार चलाना ही आता है। मुझे कार चलाने का शौक है। कार धोने के बाद मैं कार चलाने के लिए ले गया था। जैसे ही मैं मुक्तिधाम के सामने पहुंचा तो ब्रेक की जगह मुझसे एक्सीलरेटर दब गया। मैं कार को संभाल नहीं पाया और स्टेयरिंग को इधर से उधर मोड़ता रह गया। उसने लोगों को बताया कि डॉक्टर मैडम ने मुझे कार दी थी। वह कह रही थीं कि कार को चलाकर स्मूथ कर दे।
-जैसा नाबालिग ने पुलिस को बताया
कार धोने के लिए रखा था
हमने कार धोने के लिए लड़के को रखा था। वह पास ही और भी कारें धोता था। मैं जब मॉर्निंग वाक पर जाती हूं तो कार की चाबी गैरेज में रख देती हूं ताकि लड़का कार धो जाए। सोमवार सुबह मैं कार की चाबी गैरेज में रखकर पति के साथ रिश्तेदार के घर भोपाल गई थी। इस दौरान लड़का आया, उसने कार धोई और स्टार्ट करके ले गया। मैंने जब उसे काम पर रखा था तब उससे पूछा था कि कार चलाना आती है या नहीं। तब उसने बताया था कि वह कार चलाना नहीं जानता। मैं भोपाल पहुंची तब मुझे खबर मिली कि वह घर से कार ले गया था और उसने दो लोगो को टक्कर मार दी है, जिनकी मौत हो चुकी है।
-डॉ. श्रद्धा मालवीय, कार मालिक
तेजी से लहरा रही थी कार
मैं मुक्तिधाम के आगे ही गणेश पंडाल में आरती कर रहा था। इसी दौरान एक तेज रफ़्तार वेगन आर कार मेरी ओर आ रही थी। कार चालक ने पहले सब्जी का ठेला ले जा रहे बबलू को टक्कर मारी। वे करीब 15 फीट आगे उछाल कर गिरे। गिरने के बाद कार चालक ने उनके ऊपर से कार निकाल दी। कार तेजी से लहरा रही थी। एक महिला लक्ष्मी बाई को भी टक्कर मार दी। वे करीब पांच फीट उछलकर वहीं खड़े आॅटो से टकरार्इं। कार मेरी तरफ बढ़ी तो मैं बचने के लिए गली में दौड़ा। इतने में कार एक घर की फेंसिंग तोड़ते हुए दरवाजे में घुस गई। कार से चालक निकलकर भागा तो मैंने दौड़कर पीछा किया और तीसरी गली में उसे पकड़ लिया।
-सोनू कैथवास, प्रत्यक्षदर्शी