इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिला कलेक्टर कार्यालय स्थित सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग में पदस्थ मुख्य लिपिक को आज लोकायुक्त पुलिस ने पंद्रह हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्त में आये मुख्य लिपिक हेमंत मरमकर पर आरोप लगाते हुये एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के संचालक ने शिकायत की थी।
शिकायत में कहा गया था कि हेमंत एनजीओ को अनुदान स्वरुप दी जाने वाली वेतन राशि का भुगतान करने के एवज में रिश्वत राशि की मांग कर रहा है। शिकायत जांच में सही पाये जाने पर हेमंत को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त पुलिस ने हेमंत के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।