कुआलालम्पुर। भारतीय महिला हॉकी टीम गोलकीपर सविता के नेतृत्व में मलेशिया के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत गुरूवार से करेगी। इससे पहले भारतीय टीम ने इस वर्ष के शुरूआत में स्पेन का सफल दौरा किया था। भारत ने महिला विश्व कप (2018) में कांस्य पदक विजेता स्पेन के खिलाफ उसी की सरजमीं पर एक मुकाबला 5-2 से जीता था, दो मुकाबले 1-1 और 2-2 से बराबर खेले जबकि एक मुकाबले में उसे 2-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने इसके बाद महिला विश्व कप 2018 के रजत पदक विजेता आयरलैंड के खिलाफ एक मुकाबला ड्रा खेला था जबकि दूसरा 3-0 से जीता था। भारतीय टीम मलेशिया में भी अपने इसी अच्छे प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। भारत और मलेशिया के बीच पांच मुकाबलों की द्विपक्षीय सीरीज़ पर टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरिने ने कहा, हमेशा अपने प्रदर्शन को बेहतर करना आसान नहीं होता है।
इसके लिए अनुशासन और जिम्मेदारी की आवश्कयता होती है। जिम्मेदारी ऐसा विभाग है जहां मैं टीम में अधिक सुधार देखना चाहूंगा। हमारी चुनौती विपक्षी टीम नहीं बल्कि हम खुद है। भारतीय टीम आखिरी बार मलेशिया से 2017 एशिया कप में भिड़ी थी जहां भारत ने मलेशिया को राउंड रोबिन लीग में 2-0 से हराया था और चीन को कड़े फाइनल में हराकर खिताब अपने नाम किया था।
कोच ने कहा - यह कहना मुश्किल है कि मलेशिया कैसा खेल खेलता है क्योंकि लंबे समय से हम उनके खिलाफ नहीं खेले है। आखिरी बार हम मलेशिया से एशिया कप के दौरान जकार्ता में भिड़े थे, जिसे अभी तक बहुत समय हो गया हैं। जहां तक मैं जानता हूं मलेशिया को लंबे पास देना और डिफेंस मजबूत रखना पंसद हैं। हमारे लिए अनुशासन और जिम्मेदारी इस दौरे के सफलता की कुंजी होगी।