भागदौड़ भरी जिंदगी में कम समय होने के कारण लोग व्हाइट ब्रेड का सेवन करते हैं। ज्यादातर लोग नाश्ते में व्हाइट ब्रेड खाना पसंद करते हैं, लेकिन इसकी वजह से वजन बढ़ने लगता है। होल ग्रेन ब्रेड के मुकाबले व्हाइट ब्रेड में बहुत ज्यादा मात्रा में फैट पाया जाता है, जो वजन को बढ़ाता है। इसमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, सोडियम और ग्लूटेन मिला होता है, जिससे शरीर में कई बीमारियां पैदा होती हैं। इसमें बहुत अधिक मात्रा में मैदा होता है, जो सेहत के लिए काफी नुकसानदेह होता है।
पोषण
ज्यादातर लोग इसे खाना पसंद करते हैं, लेकिन व्हाइट ब्रेड सेहत के लिए बहुत हानिकारक होती है। यह सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालती है। व्हाइट ब्रेड में हाई फाइबर उतनी मात्रा में नहीं मिलता, जितना होल ग्रेन ब्रेड और ब्राउन ब्रेड से मिलता है।
मोटापा
इसे खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन तेजी से बढ़ता है और कम होता है। इसका लेवल कम होने के कारण भूख लगती है और फिर हम कुछ खा लेते हैं। इस कारण मोटापा बढ़ता है। भले ही ब्रेड में थोड़ी ही कैलोरी मिलती हो, लेकिन इसे सुबह लेने से शरीर में बहुत ज्यादा कैलोरी की मात्रा बढ़ Þजाती है। इसे केक या बर्गर के रूप में लेने से फैट बढ़ता है।
रुकावट
डॉक्टर्स का कहना है कि जो कोई भी अपना वजन कम करना चाहता है, उसे व्हाइट ब्रेड को अपनी डाइट से हटा देना चाहिए। साथ ही अगर ब्लड शुगर के कम होने या बढ़ने और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगे, तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
हार्ट विरोधी
ब्रेड में हाई लेवल का सोडियम होता है, जो कि ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारी को बढ़ाता है। जिन लोगों को ब्रेड खाने की आदत होती है, वो यह नहीं जानते कि उनके शरीर में कितना अधिक नमक इकट्ठा हो चुका होगा।