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भारत में फर्जी खबरों से निपटेगा वाट्सएप

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 7 2018 10:22AM | Updated Date: Aug 7 2018 10:22AM
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नई दिल्ली। फर्जी खबरों को लेकर आलोचना झेल रही सोशल मीडिया कंपनी वाट्सएप ने सरकार से कहा कि वह इस समस्या से निपटने के लिए भारत में एक स्थानीय टीम खड़ी कर रही है, जिसका प्रमुख कोई भारतीय हो सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने यह भी कहा कि सोशल नेटवर्किंग कंपनी ने फर्जी संदेश की शुरुआत करने वालों की पहचान बताने की सरकार की मांग पर सहमति नहीं जताई है और उसका कहना है कि ऐसा करने से निजी संदेशों के एक मंच के रूप में वाट्सएप का निजी स्वरूप प्रभावित होगा।
 
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि वाट्सएप ने सरकार के पिछले नोटिस का जवाब भेजा है। उसमें कंपनी ने अपने नेटवर्क पर फर्जी खबरों के प्रसार पर अंकुश लगाने के उपायों की जानकारी देने के साथ-साथ लोगों को शिक्षित करने और जागरूक करने के लिए किए अपने प्रयासों का उल्लेख किया है।
 
सरकार के मुताबिक काम नहीं कर रहा वाट्सएप
अधिकारी ने कहा कि वाट्सएप भारत में ही अपनी एक टीम खड़ी करने में लगी है। अधिकारी ने यह भी कहा कि कंपनी के यह उपाय सरकार की अपेक्षा के अनुरूप नहीं है क्योंकि सरकार चाहती है कि ऐसे संदेशों के मूल स्त्रोत का पता लगाया जाए और उसकी पहचान बताई जाए। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि वाट्सएप का मानना है कि संदेश के स्त्रोत को बताने से इस प्लेटफॉर्म का निजी स्वरूप प्रभावित होगा और इसका 'गंभीर दुरुपयोग' हो सकता है।
 
वाट्सएप न कहा- साथ मिलकर करना होगा काम
वाट्सएप के एक प्रवक्ता ने कहा, 'भारत में अपने उपयोगकर्ताओं की मदद के लिए और देश में अपना निवेश जारी रखने के लिए हमारी पहली प्राथमिकता एक स्थानीय व्यक्ति की नियुक्ति करना है जो एक स्थानीय टीम बनाने में हमारी मदद कर सके।' भारत में वाट्सएप में इस समय दो वरिष्ठ पद खाली हैं, जिसमें भारत में कंपनी का प्रमुख और नीति प्रमुख शामिल है।
 
हाल में भीड़ के लोगों को पीट-पीटकर मारे जाने की कुछ घटनाओं में वाट्सएप संदेशों की भूमिका के बारे में कंपनी का मानना है कि भीड़ के हमलों की समस्या से निपटने के लिए सरकार, समाज और तकनीकी कंपनियों को साथ मिलकर काम करना होगा। कंपनी ने कहा, 'इसलिए हम पहले ही अपनी सेवाओं में काफी बदलाव कर चुके हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। हम लोगों को यह भी समझा रहे कि फर्जी खबरों की पहचान कैसे की जा सकती है।
 
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