इंदौर। अस्सी के दशक से छोटे और रुपहले पर्दे पर अपने दमदार अभिनय से मनोरंजन के दुनिया में काबिज पंकज बेरी ने कहा कि इस माहौल में जब टेलीविजन धारावाहिकों की भरमार में छोटा पर्दा अपने मकसद से भटक चूका हैं तब आज तेनालीराम जैसा इतिहास पर आधारित धारावाहिक लोगों के मनोरंजन साथ समाज को सकारात्मक संदेश दे रहा है। एक निजी चैनल पर प्रसारित धारावाहिक तेनाली रामा के प्रचार प्रसार के सिलसिले में आज मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित ‘‘मैं भी तेनाली रामा कंटेस्ट’’ को जज करने यहाँ पंकज बेरी के साथ धारावाहिक में मुख्य भूमिका निभाने वाले मानव गोहिल और कृष्णा भारद्वाज पहुँचे है।
तेनालीराम धारावाहिक में तथाचार्य की भूमिका निभा रहें श्री बेरी और तेनाली रामा की शीर्षक भूमिका निभा रहे कृष्णा भारद्वाज ने "यूनीवार्ता" से खास चर्चा में अपने अनुभव साझा करते हुये कहा तेनाली रामा धारावाहिक को माता-पिता, दादा-दादी और नाना- नानी अपने नाती-पोते के साथ देख सकते है। राजा कृष्ण देव राय का इस धारावहिक में किरदार निभा रहे मानव गोहिल कहते हैं कि धारावाहिक की सरल हिन्दी भाषा से बच्चो का ज्ञानवर्धन करने का प्रयास है। तीनो कलाकारों ने बताया तेनाली रामा 16 वीं सदी के विजयनगर नामक साम्राज्य के राजा कृष्णदेव राय की सभा के किस्सों पर आधारित कहानी है। कहानी के शीर्षक किरदार तेनाली रामा अपनी बुद्धिमत्ता से जटिल समस्या से पार पाकर राजा के दरबारी तथाचार्य की धूर्तता को चुनौती पेश करते है। कहानी के माध्यम से वतन के प्रति अपनी कृतज्ञता, गुरु-शिष्य संबंधो की पवित्रता और राजधर्म के सूत्रों को प्रस्तुत किया गया है।