नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा की 15 सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा के एक दिन बाद मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने रविवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। येदियुरप्पा ने बताया कि शाह से उनकी मुलाकात राज्य के लिए बाढ़ राहत कोष की मांग के सिलसिले में थी। राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र से 2000 करोड़ रुपये की मांग की है, हालांकि पार्टी सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं की मुलाकात 17 में से 15 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों की घोषणा के आलोक में हुई है, क्योंकि येदियुरप्पा सरकार के लिए ये उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण हैं।
इस बीच, कांग्रेस और जनता दल (एस) के 17 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ याचिकाएं उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के लिए लंबित हैं। यदि उच्चतम न्यायालय इन बागी विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने के आदेश पर रोक नहीं लगाता तो ये चुनाव नहीं लड़ पायेंगे और उनका राजनीतिक भविष्य दाव पर लग जायेगा। भारतीय जनता पार्टी के पास 104 विधायक हैं और उसे एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है।
पंद्रह सीटों के लिए उपचुनाव होने के बाद राज्य में राजनीतिक समीकरण बदल जायेंगे और तब विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 111 विधायक चाहिए होंगे। राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, राज्य की येदियुरप्पा सरकार के सत्ता में बने रहने के लिए कम से कम छह सीटों से उपचुनाव जीतने होंगे। रिपोर्टों के अनुसार, बाढ़-प्रभावित इलाकों में पुनर्वास कार्य काफी महत्वूपर्ण है क्योंकि इससे उपचुनाव में भाजपा को अच्छे परिणाम की उम्मीद रहेगी और इसी के मद्देनजर उपचुनाव की तारीख की घोषणा के एक दिन बाद ही श्री येदियुरप्पा ने शाह से मुलाकात की है।