नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों को सेवा से हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है तथा काठगोदाम से जम्मू तवी और कानपुर के जाने वाली दोनों गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़यिां चार अगस्त से दोबारा चालू हो जाएंगी। रेल मंत्रालय ने गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़यिों को बंद किये जाने संबंधी मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण जारी किया। रेल मंत्रालय ने कहा कि इस समय 26 जोड़ी गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़यिां चल रही हैं। ये गाड़यिां काफी लोकप्रिय हैं और इनमें एसी थ्री के सामान्य किराये से सस्ते किराये में वातानुकूलित यात्रा की सुविधा दी जाती है।
उत्तर रेलवे ने गरीब रथ एक्सप्रेस के कोचों की कमी के कारण अस्थायी रूप से 12207/08 काठगोदाम और जम्मू तवी के बीच तथा 12209/10 कानपुर से काठगोदाम के बीच गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़यिों के परिचालन को बंद किया था। ये दोनों गाड़यिां चार अगस्त से दोबारा शुरू हो जाएंगी। रेल मंत्रालय ने कहा कि भारतीय रेलवे के समक्ष गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़यिों की सेवा को समाप्त करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। गरीब रथ ट्रेनों की शुरुआत साल 2006 में उस वक्त के रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने की थी। पहली गरीब रथ ट्रेन सहरसा से अमृतसर के बीच चलाई गई थी। इस ट्रेन को कम पैसे में गरीबों को एसी के सफर की सुविधा देने के लिए शुरू किया गया था। गरीब रथ एक्सप्रेस में एसी-3 के कोच होते हैं और इसमें सोने के लिए 78 बर्थ होती हैं। इन ट्रेनों का किराया मेल/ एक्सप्रेस ट्रेनों के एसी-3 किराये से 25-30 फीसदी कम होता है।