नई दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि देश में कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए राज्यों और केन्द्र के 15 मंत्रालयों के साथ आपसी समन्वय से कार्य किया जा रहा है तथा कुपोषण के कारण होने वाले बौनेपन की दर को वर्ष 2022 तक 38. 4 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा में जनता दल (यू) की कहकशां परवीन तथा दो अन्य सदस्यों के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर में कहा कि कुपोषण एक राष्ट्रीय मुद्दा है और इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 2017 से पोषण अभियान शुरु किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक शून्य से छह साल के बच्चों में बौनेपन की दर को 38Þ 4 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । कुपोषण की समस्या को चरणबद्ध ढंग से दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को पौष्टिक आहार मिले इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में बगीचे लगाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरु किया गया है जिसमें कृषि मंत्रालय मदद करेगा। स्कूलों में सब्जी और फलों के पौधे लगाये जायेंगे। शहरी क्षेत्र के स्कूलों में भी छतों पर कीचन गार्डेन बने इसके लिए जागरुकता अभियान चलाया जायेगा। इससे पहले सभापति एम वेंकैया नायडु ने मिजोरम के स्कूल में कीचन गार्डेन बनाये जाने को लेकर एक अखबार में छपी खबर की जानकारी दी थी।