नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि ईरान से कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाने का अमेरिकी फरमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक विफलता है और भारत की राजनीतिक तथा आर्थिक संप्रभुता पर हमला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका ने फरमान जारी किया है कि एक मई के बाद ईरान से कच्चा तेल आयात करने पर भारत को अमेरिकी प्रतिबंधों के संबंध में दी जा रही रियायत बंद कर दी जाएगी। इस फरमान के बाद यदि भारत ईरान से तेल की खरीद बंद करता है तो मोदी सरकार की यह सबसे बड़ी विफलता होगी।
उन्होंने कहा कि तत्काल अमेरिका को समझाया जाना चाहिए कि उसका इस तरह का फरमान भारत के हित में नहीं है और उसके हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इससे देश के आर्थिक हालात खराब होने की आशंका है और पेट्रोल, डीजल तथा कैरोसीन के दाम आसमान छूने लगेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गंभीर मसला है और मोदी को इस संबंध में देश को विश्वास में लेना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने कूटनीति को व्यक्तिगत बनाया है इसलिए अमेरिका अपनी मर्जी के मुताबिक भारत को तेल खरीदने से रोकने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे ज्यादा तेल इराक से खरीदता है। दूसरा स्थान सऊदी अरब का तथा तीसरा स्थान ईरान का है। ईरान से तेल का आयात रुपए से किया जाता है और वह दो माह के उधार पर भारत को तेल उपलब्ध कराता है। ईरान के साथ यह समझौता डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने किया था।