नई दिल्ली। नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर की पूर्व महानिदेशक शेफाली दास ने कहा कि सरकार अकेले साइबर सुरक्षा से जुड़े मामले को नहीं संभाल सकती है। दास ने शनिवार को यहां स्कॉच ग्रुप द्वारा साइबर सुरक्षा पर आयोजित परिचर्चा में कहा कि साइबर सुरक्षा के मामले में निजी क्षेत्रों के पास ज्यादा संसाधन, शोध और ज्ञान है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा और इससे जुड़े मामलों के समाधान के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के सहयोग की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय के पासपोर्ट सेवा के प्रमुख सलाहकार एवं मुख्य तकनीकी अधिकारी गोकुल कुमार सिमली ने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जहां हमारे डाटा सुरक्षित रह सके और जब कोई व्यक्ति हमसे संपर्क करे तो उसे सशक्तीकरण का अहसास होना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि कब हम सभी हितधारकों के बारे में और पूरे ईकोसिस्टम को समझेंगे। हमें सुरक्षा एवं रोकथाम के उचित उपाय करने की जरूरत है। स्कॉच ग्रुप के अध्यक्ष समीर कोचर ने कहा कि देश की 90 प्रतिशत सूचना प्रौद्योगिकी क्षमता सरकार के बाहर है। साइबर सुरक्षा पर चर्चा करने से पहले इस खतरे की तीव्रता को समझना होगा और इसका मूल्यांकन करना होगा।