नई दिल्ली। टीम इंडिया के मिडल आॅर्डर के दिग्गज बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने शनिवार को फस्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। दरअसल, वह क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट वनडे और टी-20 क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। साफ है कि वह रणजी ट्रॉफी और टेस्ट के लिए कभी उपलब्ध नहीं रहेंगे। हालांकि, उन्होंने कभी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला।
हैदराबाद क्रिकेट संघ ने कहा, हैदराबाद के कप्तान और भारत की वनडे टीम के सदस्य अंबाती रायुडू ने खेल के लंबे प्रारूप से संन्यास लेने का फैसला किया, जिसमें रणजी ट्रोफी भी शामिल है, ताकि वह सीमित ओवर क्रिकेट और टी-20 क्रिकेट पर ध्यान लगा सकें। उन्होंने बीसीसीआई, हैदराबाद क्रिकेट संघ, आंध्र क्रिकेट संघ, बड़ौदा क्रिकेट संघ और विदर्भ क्रिकेट संघ का शुक्रिया अदा किया है। रायुडू ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शानदार प्रदर्शन की बदौलत हाल में भारतीय टीम में वापसी की थी।
उन्हें इंग्लैंड में होने वाले वनडे विश्व कप में भारत के चौथे नंबर के बल्लेबाज के तौर पर देखा जा रहा है। हाल में विंडीज के खिलाफ सीरीज में उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक से 217 रन जुटाए थे, जिसके बाद कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने उनकी प्रशंसा की थी। 33 वर्षीय रायुडू के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 97 मैचों में 45.56 की औसत से 6151 रन दर्ज हैं। इस दौरान उन्होंने 16 शतकीय और 34 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम कुल 10 विकेट दर्ज हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर 4 विकेट हैं।