पटना। क्रिकेट बिहार में तीसरी खुशी लेकर आई है। सबसे पहले तो बिहार का क्रिकेट से 17 साल का वनवास खत्म हुआ और बिहार की टीम को बीसीसीआई ने मान्यता दी। विजय हजारे ट्रॉफी में टीम जौहर भी दिखा रही है। इसके बाद गया के पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया में जगह बनाई और वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट में शतक बनाकर करियर का शानदार आगाज किया।
तीसरी खुशी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी जब राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियन का शिलान्यास किया गया। यह स्टेडियम तीन साल में बन कर तैयार हो जाएगा। इसके बाद यहां इंटरनेशल मैच खेले जा सकेंगे। राजगीर के ठेरा और हिन्दूपुर गांव के पास 90 एकड़ में 740.82 करोड़ की लागत से ये स्टेडियम बन रहा है। इसी में राज्य खेल अकादमी का भी दफ्तर होगा।
90 एकड़ में 740.82 करोड़ की लागत से बना
यहां क्रिकेट के अलावा आउट डोर और इनडोर के कुल 28 खेलों का स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनेगा। तीन साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। राजगीर के ठेरा और हिन्दूपुर गांव के पास 90 एकड़ में 740.82 करोड़ की लागत से यह स्टेडियम बन रहा है। इसी में राज्य खेल अकादमी का भी दफ्तर होगा। यहां क्रिकेट के अलावा आउट डोर और इनडोर के कुल 28 खेलों का स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनेगा। तीन साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। इस कैंपस में रिसर्च सेंटर, फिटनेस सेंटर, मोटिवेशन सेंटर, स्पोर्ट्स लाइब्रेरी, स्वीमिंग पुल, कैफिटेरिया, हॉस्टल आदि बनाये जाएंगे। इसी के पास फिल्म सिटी, आईटी सिटी, अंतरराष्ट्रीय वाद-विवाद केंद्र भी बनाए जाने हैं। इसके लिए भी बाउंड्री का काम तेजी से चल रहा है।
बाउंड्री का काम जोरों पर
इस कैंपस में रिसर्च सेंटर, फिटनेस सेंटर, मोटिवेशन सेंटर, स्पोर्ट्स लाइब्रेरी, स्वीमिंग पुल, कैफिटेरिया, हॉस्टल आदि बनाए जाएंगे। इसी के पास फिल्म सिटी, आईटी सिटी, अंतरराष्ट्रीय वाद-विवाद केन्द्र भी बनाये जाने हैं। इसके लिए भी बाउंड्री का काम तेजी से चल रहा है। सभी योजनाओं को मिलाकर पांच किलोमीटर क्षेत्र में चहारदीवारी बनाई जानी है, जिसे 16 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन सभी याजनाओं के लिए ठेरा-हिंदूपुर व नेकपुर मौजा में 250 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इस स्टेडियम के बनने के बाद यहां पांच सितारा होटल के खुलने की संभावना भी बन रही है।