नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रिकेट सीरीज खेलने के ठीक बाद भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो जाएगी। भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट, पांच वनडे और तीन टी 20 मैचों की सीरीज खेलनी है, जिसका समापन 11 नवंबर को होगा। यहां सबसे बड़ा सवाल ये है कि आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी धरती पर क्रिकेट सीरीज से पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज खेलने से टीम इंडिया को किस तरह का फायदा होगा।
भारतीय टीम इस वर्ष दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दौरे पर गई थी और वहां किस तरह से टीम को हारना पड़ा था, यह सबको पता है। ऐसे में आॅस्ट्रेलिया दौरे से पहले कैरेबियाई टीम के खिलाफ सीरीज खेलना भारत के लिए ज्यादा फायदेमंद तो नहीं होगा। आइए उन वजहों को जानते हैं, जिनसे पता चलता है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रिकेट सीरीज आॅस्ट्रेलिया दौरे से पहले भारतीय टीम के लिए फायदेमंद होगा या नहीं।
ज्यादा प्रैक्टिस मैच खेलने की जरूरत
भारतीय उपमहाद्वीप की पिचें दक्षिण अफ्रीका, आॅस्ट्रेलिया, इंग्लैंड व न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को रास नहीं आती। यहां की पिच टेस्ट में पहले ही दिन से स्पिन होने लगती है और वहां के बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आते हैं। ठीक इसी तरह भारतीय उपमहाद्वीप की टीमें भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, यूएई, व पाकिस्तान भी उन देशों में संघर्ष करते नजर आते हैं, जहां गेंद स्विंग होती है खासतौर पर इंग्लैंड में। आॅस्ट्रेलिया दौरे से पहले भारत अपनी धरती पर क्रिकेट सीरीज खेलकर आॅस्ट्रेलिया के लिए अपनी तैयारी ज्यादा बेहतर नहीं कर पाएगा। भारतीय टीम को इस अहम दौरे के लिए आॅस्ट्रेलिया थोड़ा और पहले जाकर ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस मैच खेलनी चाहिए थी।
भारत के सामने कमजोर है वेस्टइंडीज की टीम
वेस्टइंडीज की टीम की टेस्ट में क्या हालत है ये किसी से छिपी नहीं है। इंडीज टीम ने टेस्ट क्रिकेट में आखिरी बार किसी बड़े टीम के खिलाफ वर्ष 2012 में अपने घर में जीत हासिल की थी। यह टीम न्यूजीलैंड की थी। इसके बाद हालांकि इस टीम ने बांग्लादेश और जिंबाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती है। टेस्ट रैंकिंग में इस वक्त वेस्टइंडीज की टीम आठवें नंबर पर है और उससे नीचे सिर्फ बांग्लादेश और जिंबाब्वे ही है।
टेस्ट रैंकिंग में इस वक्त भारत नंबर एक पर है जबकि आॅस्ट्रेलिया तीसरे नंबर पर है। ऐसे में भारत व वेस्टइंडीज के बीच ये टेस्ट सीरीज महज एक प्रैक्टिस मैच जैसा ही होगा। हालांकि पिछले एक वर्ष में वेस्टइंडीज के प्रदर्शन में थोड़ा सुधार हुआ है साथ ही इस सीरीज में टीम के कम अनुभवी खिलाड़ी कुछ कमाल दिखा सकते हैं। वेस्टइंडीज भारत की धरती पर वर्ष 2013 के बाद टेस्ट सीरीज खेलने आई है।
टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजों का फॉर्म कितना भरोसेमंद
इंग्लैंड दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों की तकनीकी कमी खुलकर सामने आ गई थी। ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ था। इससे पहले भी दक्षिण अफ्रीका में भी ऐसा हुआ था। इंग्लैंड दौरे से पहले भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच खेला था और इसमें भारतीय ओपनर बल्लेबाज का प्रदर्शन अच्छा रहा था, लेकिन इंग्लैंड टूर के बाद भारतीय टीम के दोनों टेस्ट ओपनर टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाए। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ लोकेश राहुल टेस्ट मैच में ओपनर के तौर पर भारतीय टीम की पहली पसंद हैं। इसके अलावा पृथ्वी शॉ या फिर मयंक अग्रवाल वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू कर सकते हैं। मान लेते हैं कि अगर ये दोनों बल्लेबाज वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा खेल जाते हैं तो क्या आॅस्ट्रेलिया जैसे अहम दौरे पर इन्हें टीम में जगह देना सही होगा। अन्य बल्लेबाज भी जो वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा खेलें और उन्हें आॅस्ट्रेलिया दौरे पर ले जाया जाए पर वो वहां न चलें तो इससे टीम को काफी फर्क पड़ेगा।