नई दिल्ली। विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को एक बार फिर से टीम का कप्तान बनाया गया। एशिया कप के सुपर 4 मुकाबले में अफगानिस्तान के खिलाफ धोनी ने रोहित शर्मा की जगह सिक्का हवा में उछाला। हालांकि, धोनी टॉस हार गए और विरोधी टीम के कप्तान असगर अफगान ने पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। मैच में कप्तान के रूप में उतरने के साथ ही 200 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाले पहले भारतीय बन गए। टॉस के समय रसेल आर्नोल्ड के सवाल का जवाब देते हुए धोनी ने कहा, मैंने 199 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है इसलिए यह मुझे 200 करने का मौका देता है। यह किस्मत है और मैंने हमेशा किस्मत पर यकीन किया है।
जब यह पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि वे 200 मैचों में कप्तानी कर पाएंगे तो धोनी ने कहा, एक बार कप्तानी छोडने के बाद यह मेरे नियंत्रण में नहीं है। धोनी ने जनवरी 2017 में जब वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया तो उनके प्रशंसक अधिक हैरान नहीं थे। धोनी के पास हालांकि भारत के लिए 200 एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करने का मौका था। धोनी ने कभी अपने करियर में आंकड़ों को तरजीह नहीं दी। उन्होंने 90 टेस्ट खेलने के बाद खेल के लंबे प्रारूप को अलविदा कहा जबकि वह 100 टेस्ट के उपलब्धि हासिल कर सकते थे।
अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में धोनी से अधिक मैचों में कप्तानी आॅस्ट्रेलिया और आईसीसी के लिए रिकी पोंटिंग (230) और न्यूजीलैंड के लिए स्टीफन फ्लेमिंग (218) ने ही की है। धोनी की अगुआई में भारत ने 110 मैच जीते हैं। सर्वाधिक जीत के मामले में पोंटिंग (165) के बाद दूसरे स्थान पर हैं।