कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने खुलासा किया है कि उसे चेतावनी मिली थी कि उसकी राष्ट्रीय टीम पर पाकिस्तान दौरे के दौरान आतंकवादी हमला किये जाने की आशंका है। एसएलसी ने बताया कि श्रीलंका प्रधानमंत्री कार्यालय को विश्वस्त सूत्रों से यह सूचना मिली थी कि पाकिस्तान में छह मैचों की सीरीज के दौरान मेहमान टीम आतंकवादी हमले का शिकार हो सकती है। एसएलसी ने पाकिस्तान में सीमित ओवर सीरीज की घोषणा की है, लेकिन साथ ही कहा है कि श्रीलंकाई सरकार और प्रशासन इस दौरे से पूर्व सुरक्षा स्थितियों का पाकिस्तान में फिर से जायजा लेगी।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के सीनियर खिलाड़ियों ने सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान में खेलने से इंकार कर दिया था जिनमें लसित मलिंगा, दिमुथ करूणारत्ने, एंजेलो मैथ्यूज, निरोशन डिकवेला, कुशल परेरा, धनंजय डिसिल्वा, तिषारा परेरा, अकीला धनंजय, सुरंगा लकमल और दिनेश चांडीमल शामिल हैं।
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने इस घटनाक्रम के बाद नए और युवा खिलाड़यिों की टीमें पाकिस्तान भेजने का फैसला किया और लाहिरू तिरिमाने को वनडे टीम और दासुन शनाका ट्वंटी-20 टीम का नेतृत्व सौंपा गया है। श्रीलंका बोर्ड ने पाकिस्तान दौरे पर होने वाली वनडे और टी-20 सीरीज के लिए बुधवार को टीमों की घोषणा की थी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हालांकि कहा है कि उसे श्रीलंकाई टीम की सुरक्षा से जुड़ी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है, और दोहराया कि वह मेहमान टीम को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं। पीसीबी ने ट्विटर पर कहा,‘‘ हमने एसएलसी के बयान को देखा है कि उन्हें टीम की सुरक्षा को लेकर खतरे की चेतावनी मिली है, लेकिन हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर वर्ष 2009 में गद्दाफी स्टेडियम के बाहर आतंकी हमला हुआ था जिसमें उसके खिलाड़यिों को चोटें आयी थीं जबकि उनकी सुरक्षा में तैनात छह पाकिस्तानी पुलिसकर्मी मारे गये थे। इसके बाद से ही वहां श्रीलंकाई टीम सहित अन्य किसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय टीम ने दौरा नहीं किया है।