मुंबई। वर्ल्डकप के फाइनल में खराब प्रदर्शन की बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर के खेल पर सवालिया निशान उठने लगे है। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए खुद को उपबल्ध नहीं बताया था, जिसके बाद टीम में उनका चयन नहीं किया गया। अब धोनी अपने अगले दो महीने सेना के साथ बिताने वाले हैं।
धोनी ने सेना से ये वादा पहले ही कर दिया था जिसे वो निभाने जा रहे हैं। अब धोनी के बारे में एक अहम जानकारी सामने आई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक धोनी ने भारतीय सेना के साथ ट्रेनिंग करने की इजाजत मांगी थी जिसे मान ली गई है। थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने उन्हें इस बात की इजाजत दे दी है। बिपिन रावत से हरी झंडी मिलने के बाद अब धोनी पैराशूट रेजिमेंट बटालियन के साथ ट्रेनिंग लेंगे। उम्मीद की जा रही है कि अपनी ट्रेनिंग का कुछ हिस्सा वो जम्मू-कश्मीर में पूरा करेंगे।
हालांकि ये साफ कर दिया गया है कि धोनी भले ही सेना के साथ ट्रेनिंग ले लें, लेकिन वो किसी भी एक्टिव ऑपरेशन का हिस्सा नहीं होंगे। आपको बता दें कि धोनी टैरिटोरियल आर्मी के पैराशूट रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं और वो अपने अगले दो महीने अपने रेजिमेंट के साथ बिताएंगे।
गौरतलब है कि विश्व कप में धोनी के प्रदर्शन को लेकर काफी सवाल खड़े हुए थे। खासतौर पर उनकी धीमी बल्लेबाजी को लेकर उनकी काफी आलोचना की गई थी। धोनी को लेकर ये कहा जा रहा था कि वो विश्व कप के बाद संन्यास ले लेंगे,लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि वो फिलहाल क्रिकेट को अलविदा नहीं कहने जा रहे हैं।