मुंबई। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास पर अपना पक्ष रखा है। गंभीर की माने तो इस बारे में इमोशनल नहीं बल्कि प्रैक्टिकल होकर सोचना चाहिए। धोनी फिलहाल 38 साल के हो चुके हैं और कई दिग्गज क्रिकेटरों का मानना है कि अब उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट से अलविदा कह देना चाहिए। बीते विश्व कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची, लेकिन इस दौरान धौनी को धीमी बल्लेबाजी को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
गौतम गंभीर ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी ने जिस तरह युवा खिलाड़ियों को टीम में लाकर बतौर कप्तान भविष्य में निवेश किया, उसी तरह उनके बारे में ‘व्यवहारिक फैसला’ लेने की जरूरत है क्योंकि युवा खिलाड़ी इंतजार में खड़े है। गंभीर ने एक कहा भविष्य के बारे में सोचना जरूरी है। धोनी जब कप्तान थे तब उन्होंने भविष्य में निवेश किया। मुझे याद है कि धोनी ने आस्ट्रेलिया में कहा था कि मैं, सचिन और सहवाग तीनों सीबी सीरिज नहीं खेल सकते क्योंकि मैदान बड़े हैं।
उन्होंने कहा - विश्व कप के लिये युवा खिलाड़ी मांगे थे। जज्बाती होने की बजाय व्यवहारिक फैसले लेना जरूरी है. युवाओं को मौका देने की जरूरत है। चाहे वह ऋषभ पंत हो, संजू सैमसन, ईशान किशन या कोई और विकेटकीपर। जिसमें भी क्षमता दिखे, उसे विकेटकीपर बनाया जाना चाहिये।