मुबई। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जहां धोनी की धीमी बल्लेबाजी को लेकर काफी विवाद तो दूसरी ओर धोनी को इस मैच में नंबर 7 पर बैटिंग करने को लेकर भी काफी हंगामा मचा हुआ था। धोनी से पहले ऋषभ पंत को 4 और दिनेश कार्तिक को 5 नंबर पर बल्लेबाजी करने भेजा गया था। 5 रन के स्कोर पर 3 विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को जिस नंबर पर धोनी की जरूरत है उस पर ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक जैसे उन बल्लेबाजों को उतारा गया जिनपर भरोसा नहीं किया जा सकता था।
महेंद्र सिंह धोनी को सातवें नंबर पर बैटिंग के लिए भेजने वाले फैसले पर भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने अपनी सफाई दी है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि धोनी को सातवें नंबर पर बैटिंग के लिए भेजने का फैसला पूरी टीम का था और यह एक आसान फैसला था। रवि शास्त्री ने आगे कहा कि अगर धोनी पहले बैटिंग के लिए आते और वो जल्दी आउट हो जाते तो स्थिती और अधिक खराब हो जाती। हमें उनके अनुभव की बाद में बेहद जरूरत थी।
रवि शास्त्री ने कहा कि धोनी दुनिया के सबसे बड़े फिनिशर हैं और अगर हम उनका इस्तेमाल ऐसे नहीं करते तो फिर ये अन्याय होता। टीम में हर कोई चाहता था कि वह बाद में बैटिंग करे। शास्त्री से पहले विराट कोहली ने कहा कि शुरुआती कुछ मैचों के बाद ही यह प्लान किया गया था कि धोनी निचले ऑर्डर के बल्लेबाजों के साथ खेलेंगे। धोनी ने रविन्द्र जडेजा के साथ काफी अच्छी बल्लेबाजी भी की और टीम में सही बैलेंस होने की जरूरत है। अगर एक खिलाड़ी हिट कर रहा है तो दूसरे को विकेट बचाकर खेलने की जरूरत है।