लीड्स । आईसीसी विश्वकप के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी विराट कोहली की टीम इंडिया शनिवार को होड़ से पहले ही बाहर हो चुकी श्रीलंका के खिलाफ अपनी लय कायम रखने के साथ साथ तालिका में बेहतर स्थिति के साथ ग्रुप चरण का समापन करने के इरादे से उतरेगी। भारत के आठ मैचों में 13 अंक हैं और वह तालिका में दूसरे नंबर पर है। सेमीफाइनल में उसका स्थान पक्का हो चुका है, इसलिए परिणाम के लिहाज से भले ही यह मैच अहम न हो, लेकिन यदि वह जीतता है तो उसके पास ऑस्ट्रेलिया को अपदस्थ कर शीर्ष स्थान के साथ ग्रुप चरण का समापन करने का मौका रहेगा, हालांकि यह तभी संभव है जब साउथ अफ्रीका अपने अगले ग्रुप मैच में ऑस्ट्रेलिया को पराजित कर दे। ऑस्ट्रेलिया टीम के आठ मैचों में 14 अंक हैं।
मध्यक्रम बना सिरदर्द
दूसरी ओर विराट की अगुवाई में टीम इंडिया की कोशिश रहेगी कि वह सेमीफाइनल मुकाबले से पहले अपनी टीम की कमियों और खासकर मध्यक्रम की सिरदर्दी को दूर कर ले। आॅलराउंडर विजय शंकर के चोट के कारण बाहर हो जाने के बाद टीम में मयंक अग्रवाल को शामिल किया गया है जिससे साफ है कि टीम एक और बल्लेबाज के विकल्प पर काम कर रही है, जबकि लोकेश राहुल के क्रम में भी बदलाव किया जा सकता है। भारतीय टीम प्रबंधन हेडिंग्ले में कई नए प्रयोग कर सकता है। मध्यक्रम में पिछले कुछ समय से महेंद्र सिंह धोनी की फार्म को लेकर सवाल उठ रहे हैं, जिनकी धीमी बल्लेबाजी भी कई मौकों पर परेशानी का सबब बनी है। वहीं केदार जाधव भी निचले क्रम पर खास योगदान नहीं दे सके हैं जिनकी जगह पिछले मैच में दिनेश कार्तिक को मौका दिया गया था। भारतीय टीम विश्वकप में भी रनों के लिए किसी अन्य सीरीज की तरह अपने कप्तान विराट और रोहित शर्मा पर निर्भर दिख रही है, जबकि लोकेश राहुल ने भी काफी अहम योगदान दिया है।