लंदन। पाकिस्तान की आईसीसी विश्वकप में अब उम्मीद केवल समीकरणों पर निर्भर रह गई हैं और लार्ड्स में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले आखिरी ग्रुप मुकाबले में उसे सेमीफाइनल की लगभग नामुमकिन सी बची उम्मीद के लिए किसी करिश्मे की जरूरत होगी। न्यूजीलैंड की इंग्लैंड के हाथों बुधवार को हार के साथ पाकिस्तान का विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना लगभग टूट गया है। अब समीकरण के लिहाज से देखा जाए तो पाकिस्तान के सामने काफी विकट स्थिति है।
... तो बिना गेंद फिके ही होड़ से बाहर होगा पाक
पाकिस्तानी टीम को 350 रन बनाने के बाद बांग्लादेश को 311 रन से हराने, या 400 रन बनाकर बांग्लादेश को 316 रन से हराने या 450 रन बनाकर बांग्लादेश को 321 रन से हराने की स्थिति में ही वह सेमीफाइनल की उम्मीद कर सकता है। वहीं एक अन्य स्थिति में तो यदि बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया तो पाकिस्तान बिना गेंद फेंके ही बाहर हो जाएगा।
उम्दा रन रेट के साथ न्यूजीलैंड बेहतर स्थिति में
फिलहाल अंक तालिका में ऑस्ट्रेलिया (14 अंक), भारत (13 अंक) तथा इंग्लैंड (12 अंक) सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुके हैं, जबकि न्यूजीलैंड (11 अंक) चौथे पायदान पर है और नेट रन रेट में पाकिस्तान से काफी बेहतर स्थिति में है। पाकिस्तानी टीम ने ग्रुप चरण के आखिरी मैचों में जबरदस्त वापसी की थी, लेकिन उसकी अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदों को तगड़ा झटका भारत की इंग्लैंड के हाथों 31 रन की हार से लगा था, जबकि आखिरी उम्मीद न्यूजीलैंड की हार से टूट गई और अब वर्ष 1992 की चैंपियन टीम के लिए स्थिति नामुमकिन सी ही है। पाकिस्तान का गेंदबाजी क्रम भी काफी मजबूत है और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शाहिन शाह आफरीदी का इस विश्वकप में प्रदर्शन जबरदस्त रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी पांच विकेट की शानदार गेंदबाजी के अलावा अफगानिस्तान के खिलाफ 10 ओवर में 47 रन पर चार विकेट का उनका प्रदर्शन भी बेमिसाल रहा है। मोहम्मद आमिर टीम के अन्य धाकड़ गेंदबाज हैं, जबकि अनुभवी वहाब रियाज, वसीम और शाहदाब खान सभी किफायती गेंदबाज हैं।
बांग्लादेश दोहरा सकती है इतिहास
बांग्लादेश के खिलाफ हालांकि टीम को काफी सतर्कता बरतनी होगी जिसके पास अब खोने के लिए कुछ नहीं है। दूसरी विपक्षी एशियाई टीम ने भी इस टूर्नामेंट में कई यादगार मैच खेले हैं। हालांकि उसे गेंदबाजी में थोड़े सुधार की जरूरत है, जिसमें निरंतरता की कमी दिखती है। वर्ष 1999 के विश्वकप में पाकिस्तान को हरा चुकी बांग्लादेश की कोशिश रहेगी कि वह एक बार फिर इसी प्रदर्शन को दोहराते हुए विजयी विदाई ले।
शोएब अख्तर ने टूर्नामेंट पर ही उठाए सवाल
पाकिस्तान के बाहर होने पर रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इस वर्ल्ड कप की क्वॉलिटी और टीमों पर सवाल खड़े किए हैं। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने क्रिकेट की क्वालिटी पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। अख्तर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, इस वर्ल्ड कप में जिस तरह की क्रिकेट खेली जा रही है, मैं उससे खुश नहीं हूं। क्रिकेट की गुणवत्ता खत्म हो चुकी है। रन बनाना अब बहुत आसान हो गया है। गेंदबाजों के पास गुणवत्ता, गति और स्पिन नहीं है, जो 1990 और 2000 के समय हुआ करती थी। उन्होंने कहा, तीन पॉवर प्ले में दो नई गेंदों के साथ गेंदबाजी करने से रन बनाना आसान हो गया है। पूर्व तेज गेंदबाज ने इस विश्व कप में पाकिस्तान के बाहर होने पर कहा, हमें वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच की कीमत चुकानी पड़ी। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ हमारा मैच रद्द हो गया और फिर ऑस्ट्रेलिया से हम हार गए, जोकि हमें जीतना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा, इन तीन मैचों ने पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। इसके बाद टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई।