नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के मामले देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) अगली बैठक में एस श्रीसंथ पर लगे आजीवन प्रतिबंध की चर्चा करेगी। सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा, हां, मैंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बारे में सुना है। हमें आदेश की प्रति प्राप्त करनी होगी। हम निश्चित रूप से सीओए बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से इस तेज गेंदबाज की सजा पर पुनर्विचार करने को कहा है।
जस्टिस अशोक भूषण और केएम जोसेफ की बेंच ने कहा कि बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति श्रीसंथ को दी जाने वाली सजा की अवधि पर तीन महीने के भीतर पुनर्विचार कर सकती है। बेंच ने स्पष्ट किया कि पूर्व क्रिकेटर को सजा देने से पहले उसकी अवधि के बारे में श्रीसंत का पक्ष सुना जाना चाहिए। बीसीसीआई ने एस श्रीसंथ को 2013 में आईपीएल (IPL 2013) में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया था। इसके बाद ही उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था।
सीओए 18 मार्च को होने वाली बैठक में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद अधिकारियों के साथ बोर्ड की डोपिंग रोधी नीति पर चर्चा करेगा। उसी दिन श्रीसंथ के प्रतिबंध का मुद्दा भी उठ सकता है। बीसीसीआई के पास अब जस्टिस (सेवानिवृत्त) डीके जैन के रूप में नया लोकपाल और मध्यस्थ पीएस नरसिम्हा हैं, जिससे उम्मीद है कि यह फैसला जल्दी निकलेगा।
बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह से सीओए का फैसला होगा क्योंकि इस पर शीर्ष अदालत के आदेश को लागू करने की जिम्मेदारी होगी। खन्ना ने कहा, ‘यह सुप्रीम कोर्ट का आदेश है और निश्चित रूप से फैसला किए जाने की जरूरत है। मुझे भरोसा है कि सीओए की अगली बैठक में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा होगी. जहां तक श्रीसंथ के क्रिकेट की मुख्यधारा में लाये जाने की बात है तो मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।