नई दिल्ली। इंटरनेशनल क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) ने आतंकवाद फैलाने वाले देशों से सभी तरह के संबंध तोड़ने के प्रस्तान को ठुकरा दिया है। बीसीसीआई की ओर से पेश किए गए इस प्रस्ताव पर आईसीसी ने कहा है कि इस तरह के मामलों में हमारी कोई भूमिका नहीं है। बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद बीसीसीआई ने आईसीसी को पत्र लिखकर वैश्विक संस्था और उसके सदस्य देशों से आतंकियों को शरण देने वाले देशों से संबंध तोड़ने की अपील की थी।
वहीं इसके जवाब में आईसीसी चेयरमैन ने स्पष्ट कर दिया कि किसी देश को बहिष्कृत करने का फैसला सरकार के स्तर पर किया जाना चाहिए और आईसीसी का ऐसा कोई नियम नहीं है। बीसीसीआई को भी यह बात पता थी, लेकिन इसके बावजूद उसने कोशिश करके देखी।’ बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी कर रहे थे. बोर्ड अधिकारी ने कहा, ‘सदस्य देशों के इतने सारे खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग में खेलते हैं और वे इस तरह के आग्रह को कभी तवज्जो नहीं देते, हां, सुरक्षा चिंता की बात थी और इसे पूरी तरजीह दी गई।
भारतीय क्रिकेट टीम को आगामी विश्व कप के दौरान 16 जून को पाकिस्तान से भिड़ना है। पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े राजनयिक तनाव के कारण इस मैच के बहिष्कार की मांग की जा रही है। भारत क्रिकेट के कुछ बड़े नामों ने यह मांग की है जिसमें हरभजन सिंह और सौरव गांगुली भी शामिल हैं। भारतीय क्रिकेट का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति ने हालांकि अब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं करते हुए कहा है कि वह सरकार का नजरिया जानेगा।