कराची। पाकिस्तान के पूर्व दागी कप्तान सलमान बट ने दावा किया है कि 2010 स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में पांच साल के प्रतिबंध की सजा काटने के बावजूद शाहिद अफरीदी ने 2016 वर्ल्ड टी-20 के लिए पाकिस्तानी टीम में उनकी वापसी का रास्ता रोका था। बट ने कहा कि 2015 में प्रतिबंध पूरा करने के बाद घरेलू क्रिकेट से जुड़कर वह भारत में हुई वर्ल्ड टी-20 चैंपियनशिप की टीम में जगह बनाने के करीब थे, लेकिन अफरीदी ने मेरे चयन का विरोध किया। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि उसने (शाहिद अफरीदी ने) ऐसा क्यों किया, लेकिन मैंने इस बारे में उससे बात नहीं की। मुझे लगा कि यह सही नहीं होगा, लेकिन मुझे यह पता है कि वकार और फ्लॉवर ने मुझे कहा था कि मैं वर्ल्डकप खेल रहा हूं।
बट ने एक समाचार चैनल के शो पर कहा, पाकिस्तानी टीम के तत्कालीन मुख्य कोच वकार यूनुस और बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लॉवर ने मुझे नेशनल क्रिकेट एकेडमी बुलाया और मेरी फिटनेस देखने के लिए नेट्स पर ले गए। बट ने कहा, वकार ने मुझसे पूछा कि क्या मैं पाकिस्तान के लिए दोबारा खेलने को लेकर मानसिक रूप से तैयार हूं और मैंने हां कह दिया। बट ने कहा कि पाकिस्तान टीम में उनकी वापसी का रास्ता साफ हो रहा था, लेकिन तत्कालीन कप्तान अफरीदी इस रास्ते में अड़चन बन गए।
पाकिस्तान का प्रदर्शन काफी खराब रहा था
भारत में आयोजित हुए वर्ल्ड टी20 टूर्नामेंट में पाकिस्तान का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और इसके बाद अफरीदी और वकार को इस्तीफा देने को बाध्य होना पड़ा। टेस्ट मैचों में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज रहे बट ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि किसी खिलाड़ी को प्रतिबंध से लौट रहे किसी अन्य खिलाड़ी के भविष्य पर फैसला करने की स्वीकृति मिलनी चाहिए।