मुंबई। ऑस्ट्रेलिया के प्रतिबंधित क्रिकेटर कैमरन बेनक्रॉफ्ट ने बुधवार को खुलासा किया कि डेविड वॉर्नर ने केपटाउन टेस्ट में उन्हें गेंद से छेड़खानी के लिए उकसाया और वह टीम में अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए ऐसा करने पर राजी हो गए। बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का बैन लगाया गया, जबकि वॉर्नर और तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ को एक साल का बैन झेलना पड़ा। बेनक्रॉफ्ट ने कहा, वॉर्नर ने मुझे मैच के बीच में ऐसा करने के लिए उकसाया और हम जिन हालात में थे, मैं ऐसा करने के लिए तैयार हो गया। उन्होंने कहा, मैं टीम में अपनी उपयोगिता साबित करना चाहता था। बेनक्रॉफ्ट ने कहा कि इसके लिए मैं भी जिम्मेदार हूं, क्योंकि उस समय मुझे वही ठीक लगा। मैंने इस गलती की भारी कीमत चुकाई। मेरे पास विकल्प था और मैने भारी गलती की। उन्होंने कहा कि यदि वह वॉर्नर का सुझाव नहीं मानते तो उन्हें लगता कि उन्होंने टीम के हित से ऊपर अपने हित को रखा।
बेनक्रॉफ्ट को हमारे पास आना चाहिए था
बेनक्रॉफ्ट के बयान पर उस समय ऑस्ट्रेलियन टीम के कोच रहे डैरेन लीमन ने नाराजगी जताई है। लीमन ने कहा है कि अगर वॉर्नर ने बेनक्रॉफ्ट से ऐसा कहा था, तो उन्हें मेरे पास आना चाहिए था। लीमन ने कहा कि अंत में मैं ये ही कहूंगा कि ये एक बड़ी गलती थी। बहुत सारे लोगों को इसके कारण किसी न किसी रूप में हर्जाना चुकाना पड़ा। हमें पता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन ऐसा हुआ।