नई दिल्ली। ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट पर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। यह आरोप अमरीकी सरकार के द्वारा लगाया गया है। वॉलमार्ट पर 1964 करोड़ रुपए (28.2 करोड़ डॉलर) का जुर्माना लगा है, जिसे कंपनी को चुकाना होगा। इस मामले को निपटाने के लिए कंपनी 1,964 करोड़ रुपए का जुर्माना देने के लिए तैयार हो गई है।
कंपनी पर घूस देने का लगा था आरोप
कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह जुर्माना अमरीकी प्रतिभूति बोर्ड के द्वारा लगाया गया है। कंपनी पर सात साल पहले आरोप लगा था कि वो विदेशों में कारोबार शुरू करने के लिए अधिकारियों को घूस देती है। वॉलमार्ट पर भारत, चीन, मैक्सिको और ब्राजील में कारोबार चलाने के लिए अमेरिका के भ्रष्टाचार-रोधी नियमों का उल्लंघन करके वहां के अधिकारियों को रिश्वत खिलाने का आरोप है। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) के मुताबिक, नियमों का उल्लंघन वॉलमार्ट के बिचौलियों ने किया है।
कंपनी पिछले 10 सालों से नियमों का कर रही थी उल्लंघन
कंपनी 10 साल से ज्यादा समय तक भ्रष्टाचार-रोधी अनुपालन कार्यक्रम संचालित करने में विफल रही। इस दौरान कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से विस्तार किया। आयोग ने कहा कि वॉलमार्ट एसईसी के मामले का निपटान करने के लिए 14.4 करोड़ डॉलर और आपराधिक मकदमों को समाप्त करने के लिए करीब 13.8 करोड़ डॉलर देने को तैयार है। इस तरह कुल रकम 28.2 करोड़ डॉलर बैठेगी। प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग के प्रवर्तन विभाग के एफसीपीए इकाई के प्रमुख चार्ल्स कैन ने कहा, 'वॉलमार्ट ने नियमों अंतरराष्ट्रीय स्तर कारोबार की वृद्धि और खर्चों में कमी को के अनुपालन से ज्यादा महत्व दिया।'