नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र में जारी गलाकट प्रतिस्पर्धा के कारण इस क्षेत्र की दूसरी बड़ी कंपनी भारती एयरटेल का मुनाफा वर्ष 2018-19 में 63 प्रतिशत घटकर 409.5 करोड़ रुपये पर आ गया जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 1099 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया था। कंपनी ने सोमवार को यहां निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी वित्तीय परिणाम में कहा कि वर्ष 2018-19 में उसके कुल राजस्व में भी गिरावट आयी है। वर्ष 2017-18 में उसने कुल 82638.8 करोड़ रुपये का कारोबार किया था जो इस वर्ष मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में घटकर 80780.2 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि कंपनी को इस वर्ष मार्च में समाप्त तिमाही में 107.2 करोड़ रुपये का लाभ हुआ जो मार्च 2018 में समाप्त तिमाही के कुल आय 82.9 करोड़ रुपये की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है।
इस तिमाही में कंपनी के राजस्व में बढोतरी दर्ज की गयी है। वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही में कंपनी ने 19394 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था जो इस वर्ष मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में बढ़कर 20602.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। उल्लेखनीय है कि अरबपति मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो द्वारा शुरू टैरिफ युद्ध से भारतीय दूरसंचार उद्योग में भारी उथल पुथल मचा और इस क्षेत्र में कंपनियों का विलय शुरू हो गया। इसी क्रम में देश की दूसरी बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन और तीसरी बड़ी कंपनी आइडिया सेलुलर का विलय हुआ जिसके बाद बनी वोडाफोन आइडिया देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन गयी। इसके मद्देनजर एयरटेल देश में दूसरे नंबर पर आ गयी और अब इसको रिलायंस जियो से कड़ी टक्कर मिल रही है इसके ग्राहक संख्या के आधार पर तीसरे पायदान पर फिसलने का अनुमान जताया जा रहा है।