नई दिल्ली। जेट एयरवेज को खरीदने के लिए अभी तक उसके संभावित खरीदारों ने भी कोई खास रुचि नहीं दिखाई है। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस बीच जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने की योजना बना रहे कर्मचारी समूह के प्रतिनिधियों ने एसबीआई कैपिटल मार्केट के अधिकारियों के साथ बैठक की और बोली प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। कर्मचारियों की दो यूनियनों ने बयान में यह जानकारी दी। कर्मचारी समूह के संकटग्रस्त एयरलाइन को अपने नियंत्रण में लेने के प्रस्ताव के दो दिन बाद यह बैठक हुई है। समूह ने बोली के लिए बाहरी निवेशकों से कम-से-कम 3,000 करोड़ रुपए की उम्मीद के साथ यह प्रस्ताव किया है।गौरतलब है कि कभी देश के सबसे बड़े निजी एयरलाइंस रहे जेट को अपना कामकाज गत 17 अप्रैल को बंद करने पर मजबूर होना पड़ा था। कर्जदारों ने कंपनी को और कर्ज देने से मना कर दिया था।