रायपुर। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में अमीर और गरीब उम्मीदवारों के बीच रोचक जंग है। अंबिकापुर से कांग्रेस उम्मीदवार टीएस सिंहदेव के पास 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है, तो रायपुर दक्षिण से निर्दलीय उम्मीदवार रुबिना अंजुम के पास सिर्फ 104 स्र्पये है और कोई अचल संपत्ति नहीं है।
सबसे ज्यादा संपत्ति कांग्रेस के अंबिकापुर से उम्मीदवार टीएस सिहंदेव, दूसरे नंबर पर राजिम से उम्मीदवार अमितेश शुक्ला और तीसरा सबसे अमीर कवर्धा से निर्दलीय कीर्तिदेव सिंह हैं। अमितेश की घोषित संपत्ति 74 करोड़ और कीर्तिदेवी की 54 करोड़ है।
कीर्तिदेवी कवर्धा राजपरिवार के योगेश्वर राज सिंह की पत्नी हैं और कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में हैं। खास बात यह है कि 1057 उम्मीदवारों में से 19 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। इसमें रायपुर दक्षिण से निर्दलीय नसीम अंसारी के पास 500 स्र्पये और बिलासपुर से निर्दलीय राधेश्याम शर्मा के पास सिर्फ 1000 स्र्पये हैं।
दूसरे चरण में 1057 उम्मीदवारों के शपथ पत्र की एसोसिएशन फॉर ड्रेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने समीक्षा की। इसमें 11 फीसदी महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, 42 फीसदी उम्मीदवार 25-40 आयुवर्ग, 48 फीसदी 40-60 आयुवर्ग, 9 फीसदी 61-70 आयुवर्ग और एक उम्मीदवार की उम्र 80 वर्ष से अधिक है।
चुनाव मैदान में उतरे 130 यानी 12 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें नौ फीसदी पर रिश्वतखोरी, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। आपराधिक मामलों का दलवार विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि कांग्रेस के 25 फीसदी, भाजपा के 8 फीसदी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 33 फीसदी, आप के 26 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं। दूसरे चरण की 17 विधानसभा में तीन या इससे ज्यादा उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किये हैं। एक करोड़ से ज्यादा आयकर जमा करने वालों में कोरबा के विशाल केलकर, विकास महतो और बिलासपुर के अमर अग्रवाल हैं।