नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में ग्रामीणों ने एक पुल नहीं बनने की परेशानी के चलते जुगाड़ से पुल बना लिया। नारायणपुर ब्लॉक के ओरछा के दूसरी छोर पर जिला मुख्यालय नारायणपुर से 100 किमी दूर अबूझमाड़ इलाके के गांव डोंडरबेड़ा, कुड़मेल, जाटलूर, मुरूमवडा, डोडीमरका, हरबेल, छोबे पदमेटा सहित दर्जनभर गांव का विकास अब तक नहीं हो पाया है। कोटूकल नदी जो डोडराबेड़ा और कुडमेल के बीच में से हाकर बह रही है। आवाजाही का साधन नहीं होने से परेशान ग्रामीणों ने खुद ही कोटूकल नदी में 60 फीट चौड़ी नदी की धार में पत्थर डालने के बाद बांस व अन्य साधनों का उपयोग कर अस्थाई पुल तैयार कर लिया है।
कलेक्टर पीएस एल्मा ने कहा कि यहां पर पुल बनाने का प्रस्ताव अब तक नहीं मिला है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ साल पहले नारायणपुर से ओरछा तक की सड़क बन गई, लेकिन एक दर्जन से अधिक गांवों में अब तक सड़क नहीं बनी है। डोंडर बेड़ा, कुड़मेल, जाटलूर, मुरूमवडा, डोडीमरका, हरबेल ,छोबे पदमेटा सहित दर्जन भर गांव के ग्रामीणों को उनके द्वारा बनाए गए इस पुल को पार कर 40 किलोमीटर की यात्रा पैदल करनी पड़ रही है। नायब तहसीलदार केतन भोयर ने कहा कि ओरछा के आगे आदेर मार्ग तक सड़क निर्माण मंजूर हो चुका है।