जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में एक मासूम बच्चे में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के लक्षण मिले हैं। बच्चे में इस बीमारी के लक्षण पाए जाने के बाद इस क्षेत्र में इस बीमारी के फैलने की आशंका जताई जा रही है। वहीं इसी बीमारी से ग्रस्त दो अन्य बच्चों की हालत में अब सुधार आ रहा है।
इस बुखार के लक्षण इन दिनों बिहार में फैले चमकी बुखार के समान ही होते हैं। एईएस के लक्षणों से पीड़ित तीन मासूमों को मेकॉज मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग वार्ड में भर्ती करवाया गया है। बस्तर जिले के चोलनार गांव से यहां इलाज के लिए लाए गए मासूम भुवाने नाग को गंभीर अवस्था में लाया गया।
मासूम की जांच के बाद जो रिपोर्ट आई, उसमें जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के अलावा एईएस के भी लक्षण हैं। मेकाज के शिशु रोग विशेषज्ञ अनुरूप साहू ने बताया कि बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है। अन्य दो बच्चे कुमार मंडावी इतियासा किलेपाल और परपा से लाए गए हैं। उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में बस्तर में जेई से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए आ रहे थे, लेकिन इस साल एईएस की शिकायत के साथ पहुंच रहे हैं।