गांधीनगर। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन द्वारा गठित हाई स्पीड रेल इनोवेशन सेंटर ने आज आईआईटी गांधी नगर में एक सेमिनार का आयोजन किया। इसमें एनएचएसआरसीएल के प्रबंध निदेशक अचल खरे तथा रेलवे तकनीकी अनुसन्धान संस्थान (आरटीआरआई) जापान के अध्यक्ष डॉ. नोरीमची कुमागाई ने संस्थान के शोधकर्ताओं, अध्यापकों तथा विद्यार्थियों को सम्बोधित किया और भारत में पहली एचएसआर परियोजना तथा इससे सम्बद्ध तकनीकी पहलुओं के विषय में चर्चा की। इसके बाद एक पैनल परिचर्चा हुई जिसमें परामर्शदात्री परिषद के सदस्यों ने युवाओं से बातचीत की और साथ ही आईआईटी, गांधी नगर के विद्यार्थियों तथा अध्यापकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। खरे ने कहा, "भारत पर्याप्त समय से तकनीकी क्षमता का केन्द्र रहा है और युवा भारतीय प्रतिभाएँ नवप्रवर्तित तकनीकी विचारों के साथ उभर रहे हैं। एनएचएसआरसीएल उनके साथ सहयोग करना चाहता है और भारत में हाई स्पीड रेलवे हेतु स्थायी तथा स्वदेशी तकनीकी समाधानों को विकसित करने के लिए उन्हें एक मंच प्रदान करना चाहता है।
" हाई स्पीड रेल इनोवेशन सेंटर ट्रस्ट ग्राहक के पास सन्तुष्टि सुनिश्चित करते हुए रेलवे सुरक्षा, विश्वसनीयता, उत्पादकता, दक्षता तथा स्थायित्व में वृद्धि करने के लिए रेल उद्योग द्वारा उठाये गये मुद्दों को हल करने के लिए लक्षित है। यह ट्रस्ट हाई स्पीड रेलवे के समस्त पहलुओं में पेशेवर विशेषज्ञता विकसित करने के लिए हाई स्पीड रेलवे के प्रासंगिक क्षेत्रों में भारतीय तकनीक क्षमताओं को उन्नत करेगा तथा स्वदेशी क्षमताओं का विकास करेगा ताकि विभिन्न चुनौतियों तथा अवसरों पर भारतीय रेल परिवहन उद्योग को नवप्रवर्तन, स्वदेशी, कम लागत के समाधान, तकनीकी दिशा-निर्देश, रणनीतिक विश्लेषण, परामर्श प्रदान किया जा सके और पर्यावरण-मित्र तथा स्थायी पर्यावरणीय समाधान उपलब्ध कराया जा सके।
यह भारत में एचएसआर विशिष्टि मानदण्डों के विकसित करने में भी योगदान देगा। ट्रस्ट की दूसरी परामर्शदात्री परिषद की बैठक भी आज आईआईटी गांधी नगर में आयोजित की गयी जिसमें कुमागाई के अलावा अन्तर्राष्ट्रीय प्रभाग, आरटीआरआई, जापान के उपमहानिदेशक यसूशी उजिता, आरटीआरआई, जापान की प्रबन्धक डॉ. चिकारा यामाशिता, सेंटर फॉर स्पेटियल इन्फॉर्मेशन साइंस, यूनिवर्सिटी ऑफ टोकियो, जापान के विजिटिंग प्रोफेसर के.ई. सीताराम, आईआईटी गांधी नगर के कार्यवाहक निदेशक तथा प्रोफेसर अमित प्रशान्त, सिविल इंजीनियरिंग आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर सुधीर जैन, सिविल इंजीनियरिंग, आईआईटी तिरुपति के निदेशक एवं प्रोफेसर के.एन. सत्यनारायण, एनएचएसआरसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों सहित एनएचएसआरसीएल के प्रबन्धक निदेशक श्री अचल खरे ने विभिन्न आईआईटी से प्राप्त परियोजना प्रस्तावों और भारत में एचएसआर निर्माण से सम्बद्ध लक्षित नवप्रवर्तन, स्वदेशी, कम लागत वाले समाधानों पर विचार किया।