अहमदाबाद। भारत की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल फोन विक्रेता चीन की कंपनी वीवो ने डाटा सुरक्षा को लेकर भारत में जतायी जा रही चिंताओं को खारिज करते हुये बुधवार को यहां कहा कि वह 5 जी तकनीक के समावेश को लेकर बहुत तेजी से काम कर रही है। वीवो इंडिया के निदेशक (ब्रांड रणनीति) निपुण मार्या ने गुजरात में कंपनी के एस 1 फोन के लांच के मौके पर पत्रकारों से कहा कि वीवो 5 जी तकनीक को लेकर तेजी से प्रगति कर रही है। इसने पहले ही चीन में अपने कुछ 5 जी फोन के परीक्षण भी कर लिये हैं।
इसने इस तकनीक की अग्रणी कंपनी क्वालकॉम्म के साथ गठजोड़ भी किया है। पर चूँकि 5 जी का असर केवल फोन तक ही सीमित नहीं होगा और यह पूरे इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर असर डालेगी इसलिए वीवो ने इस मामले में त्रिपक्षीय रणनीति बनायी है। तकनीकी तैयारी के अलावा हमने 5 जी तकनीक आधारित टीवी, फ्रिज, एसी आदि बनाने वाली कंपनियों से भी गठजोड़ शुरू किया है ताकि फोन के साथ साथ ग्राहकों को पूरा एक 5जी माहौल प्रदान किया जा सके। कंपनी वैरियेबल्स पर भी काम कर रही है।
चीनी कंपनी होने के कारण वीवो फोन में डाटा सुरक्षा को लेकर जतायी जा रही चिंताओं को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वीवो भारत सरकार के सभी सुरक्षा मानकों का बाध्यकारी तौर पर पालन करती है इसलिए डाटा सुरक्षा को लेकर किसी तरह की चिंता नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि पहले ही 400 करोड़ रूपये का भारत में निवेश कर नोएडा में ढाई करोड़ हैंडसेट प्रति वर्ष की क्षमता वाला एक संयंत्र स्थापित कर चुकी उनकी कंपनी 4000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश कर ग्रेटर नोएडा में 169 एकड़ क्षेत्र में अपने दूसरे संयंत्र की स्थापना करेगी।
इसके पहले चरण के शुरू होने पर ही कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता दोगुनी यानी पांच करोड़ इकाई प्रति वर्ष हो जायेगी। हालांकि उन्होंने दूसरे संयंत्र की स्थापना और उत्पादन के शुरूआत के बारे में कोई समय सीमा नहीं बतायी। उन्होंने कहा कि कंपनी भारत में बिकने वाले अपने सभी फोन भारत में ही विनिर्मित करती है। इसके कुछ उपकरण भर चीन से आयातित होते हैं। ज्ञातव्य है कि भारतीय स्मार्टफोन बाजार के 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी वाली वीवो देश में प्रवेश के पांच वर्ष में ही कोरियाई कंपनी सैमसंग के बाद दूसरी बड़ी मोबाइल विक्रेता कंपनी बन गयी है।