नई दिल्ली। भुगतान सेवा प्रदान करने वाली कंपनी मास्टरकार्ड ने ऑनलाइन एवं डिजिटल भुगतान को सुरक्षित बनाने के लिए आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस लॉन्च करने की घोषणा की है। कंपनी ने मंगलवार को यहां कहा कि यह मोबाइल पर पहला एक अगली पीढ़ी का प्रमाणीकरण समाधान है जो लाखों भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ई-कॉमर्स अनुभव को नए ढंग से परिभाषित करेगा। यह समाधान अनावश्यक झंझट को खत्म करने और ऑनलाइन लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगा। उसने कहा कि 20 प्रतिशत तक मोबाइल ई-कॉमर्स लेनदेन को बीच में ही रूक जाता है। आइडेंटिटी को ऑनलाइन प्रमाणित करने के मौजूदा तरीके ग्राहकों को मर्चेंट वेबसाइट से दूर ले जा सकते हैं।
साथ ही इन ऐप पेमेंट के लिए ब्राउजर पर जाने या मोबाइल नेटवर्क चले जाने से इसमें काफी समय लगता है। मास्टरकार्ड आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस एक नवीनतम तकनीक से लैस है, जिसमें डिवाइस इंटेलिजेंस और बिहेवियरल बायोमेट्रिक्स शामिल हैं, जो एक निर्बाध मोबाइल भुगतान का अनुभव देने के लिए नवीनतम ईएमवी 3-डी सिक्योर और एफआईडीओ प्रमाणीकरण मानकों से लैस है। मास्टरकार्ड के सायबर एंड इंटेलिजेंस सॉल्यूशन के अध्यक्ष अजय भल्ला ने कहा कि भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती क्रय शक्ति और आकांक्षाओं के साथ देश में ई-कॉमर्स के विकास को बढ़ावा मिला है। अपने खासियत के कारण मास्टरकार्ड डिजिटल भुगतान की सुविधा और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए लगातार इनोवेशन करता है। आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस का शुभारंभ सिर्फ उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए है। मास्टरकार्ड यह सुनिश्चित कर रहा है कि बिना किसी शक के - धोखाधड़ी को कम करते हुए उच्च लेनदेन सफलता दर सुनिश्चित करने के लिए चेकआउट को मजबूत और सरल बनाए।