नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म पेटीएम ने छात्रों, अभिभावकों और सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अपनी शिक्षा सेवाओं का विस्तार करने की योजना बनायी है। कंपनी ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कि पेटीएम एजुकेशन ने भारत में शिक्षा इकोसिस्टम में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की योजना बनाई है, जिसका अनुमान 100,000 करोड़ रुपए से अधिक है। यह अपने प्लेटफार्म पर प्रवेश फार्म, परीक्षा परिणाम, सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन, कोचिंग और परीक्षण की तैयारी, छात्रवृत्ति, विदेश में अध्ययन, कौशल विकास और प्रमाणन कार्यक्रम और पोषाक , किताबें और स्टेशनरी खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए निजी और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों के साथ काम कर रहा है। कंपनी छात्रों को वित्तीय बीमा, ऋण और सह-ब्रांडेड स्मार्ट कार्ड जैसी वित्तीय सेवाएं भी प्रदान करेगी।
पेटीएम ने रेलवे भर्ती बोर्ड, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग , नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, भारतीय नौ सेना, एमिटी, वीआईटी, मणिपाल, एकेटीयू, आर्मी पब्लिक स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, दिल्ली यूनिवर्सिटी, आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, एआईएमए, आईसीएआई, नारायण ग्रुप, कैरियर लॉन्चर, मेड ईजी, करियर 360 और कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ साझेदारी की है। कंपनी 20,000 निजी स्कूलों, 1000 उच्च शिक्षण संस्थानों और 1000 कोचिंग संस्थानों में 3.5 करोड़ उपयोगकर्ताओं को ऑनबोर्ड करने का लक्ष्य कर रही है। भुगतान, वाणिज्य, वित्तीय और शैक्षणिक सेवाओं में विभिन्न प्रकार की सेवाएं देने के लिए वह निजी और सरकारी संस्थानों के साथ भागीदारी कर रही है।
पेटीएम पहले से ही देश भर के 10,000 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में शुल्क भुगतान सेवा प्रदान कर रहा है। चालू वित्त वर्ष में इसकी योजना शिक्षा व्यवसाय में 20,000 करोड़ रुपये के सकल बाजार मूल्य (जीएमवी) को पार करने की है। कंपनी अपने सभी ग्राहकों की शैक्षिक जरूरतों के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन की सुविधा प्रदान करके इस भरोसे को और बढ़ाना चाहती है। पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनीत कौल ने कहा कि हर कदम पर छात्र और अभिभावक समुदाय को सक्षम बनाने की योजना के तहत 25,000 कॉलेजों, स्कूलों, पाठ्यक्रमों और परीक्षाओं के विवरण प्रदान करने की तैयारी है जिसमें भुगतान (इन-ऐप और शैक्षिक केंद्रों में), वाणिज्य और वित्तीय सेवाएं आदि शामिल है।